हरिद्वार। दशहरा की रात से दीपावली तक गंगा बंद रखे जाने के कार्यक्रम में परिवर्तन किया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जारी आदेश में आठ अक्टूबर की रात को ऊपरी गंगा नहर को बंद कर दिया जाएगा। करीब एक माह बंदी रहेगी। सात नवम्बर की रात को ऊपरी गंगा नहर में जल छोड़ा जाएगा। तीर्थनगरी में आने वाले यात्रियों को एक महीने तक गंगा स्नान में परेशानी का सामना करना पड़ेगा। उत्तरी खंड गंगा नहर रुड़की के अधिशासी अभियंता को उत्तर प्रदेश सरकार से शासनादेश भेजा गया है। नहर की साफ सफाई करने के लिए गंगा बंदी को निर्धारित समय में बंद कर दिया जाएगा। तीर्थनगरी में गंगा बंदी की तिथि दशहरा की रात से होती थी और दीपावली से एक दिन पहले गंगाजल छोड़ दिया जाता था। इस दौरान नहर की सफाई का काम होता था लेकिन इस बार बीस दिन की बंदी को बढ़ा कर तीस दिन कर दिया गया है। इस बाबत उत्तरी खंड गंगा नहर के अधिशासी अभियंता को शासनादेश मिल चुका है। खास बात यह कि नवरात्र के दौरान तीर्थनगरी में पश्चिम बंगाल से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा होती है। फिलहाल पितृ पक्ष चल रहा है। आठ अक्टूबर के मध्याह्न से अमावस्या तिथि लग जाएगी जो नौ अक्टूबर तक रहेगी। पितृ अमावस्या पर तीर्थनगरी में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लाखों में रहती है। गंगा में अगर जल नहीं रहा तो श्रद्धालुओं को निराश होना पड़ेगा।