गोपेश्वर/देहरादून। करीब बीस क्विंटल गेंदे के फूलों से सजे श्रद्धालुओं के आस्था के धाम बद्रीनाथ मंदिर के कपाट मंगलवार को अपराह्न 3 बजकर 21 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे।
करोड़ों श्रद्धालुओं के आस्था के धाम बदरीनाथ मंदिर, सिंहद्वार, और पूरी बदरी पुरी को करीब बीस क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया गया है। कपाट मंगलवार को अपराह्न 3 बजकर 21 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। कपाट बंद होने से पूर्व सोमवार को सोमवार को धाम में रावल (मुख्य पुजारी) ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी ने माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समित के मुख्य कार्याधिकारी बी डी सिंह, धर्माधिकारी भुवन उनियाल समेत सभी अपर धर्माधिकारी, मंदिर समिति के अन्य अधिकारी, कर्मचारी भी मौजूद थे।
कपाट बंद होने से पूर्व कब क्या होगा
सुबह 5 .00 बजे – बदरीनाथ जी का अभिषेक और फूलों से शृंगार।
सुबह 6.00 बजे -बदरीनाथ जी की पूजा शुरू होगी।
सुबह 6.30 बजे -आम श्रद्धालु करेंगे बदरीनाथ के दर्शन।
सुबह 10.00 बजे – धर्माधिकारी व वेदपाठियों की ओर से स्वस्ति वाचन।
अपराह्न 2.30 बजे- मुख्य पुजारी रावल स्त्री वेश धारण कर मां लक्ष्मी को गर्भगृह में रखेंगे।
अपराह्न 03 बजे – बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू।
अपराह्न 3.21 बजे- बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए होंगे बंद।