रुद्रपुर। सितारगंज निवासी एक किसान ने जहरीले पदार्थ का सेवन करके खुदकुशी कर ली। किसान बैंक के कर्ज के बोझ तले दबा हुआ था। उसकी गेहूं व धान की फसल नष्ट हो चुकी थी, जिससे किसान कई दिन से डिप्रेशन में था। बैंक ने कर्ज की अदायगी के लिए नोटिस भी भेज रखा था। जानकारी के मुताबिक सितारगंज के ग्राम बिज्टी निवासी 54 वर्षीय मुख्त्यार सिंह पुत्र कर्म सिंह शुक्रवार की तड़के घर से लापता हो गए। उनके अचानक लापता होने की वजह से लोगों ने उन्हें तलाशना शुरू किया। उनका शव गांव के समीप खेत में पड़ा मिला। मौके पर जहरीले पदार्थ का डिब्बा भी मिला है। मुख्त्यार सिंह के पास आठ बीघा जमीन थी, जिस पर उसने बैंक ऑफ बड़ौदा व किसान सहकारी समिति से ऋण ले रखा था। हालांकि लोग उसे उठा कर अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। परिजनों ने बताया कि मौसम के प्रभाव के कारण उसकी गेहूं व धान की फसल नष्ट हो चुकी थी। उधर बैंक ने ऋण वापसी के लिए नोटिस भेज रखा था। बताते हैं कि परिवार पालने के लिए उसने साहूकारों से भी कर्ज ले रखा था। बताया कि वह पिछले कई दिनों से डिप्रेशन में था। मुख्त्यार सिंह के कंधों पर तीन बेटियों की शादी की जिम्मेदारी थी। उसके एक पुत्र भी है।