बहस की चुनौती ने गरमायी प्रदेश की सियासत
देहरादून। बजट सत्र से पहले ही उत्तराखंड के आर्थिक हालत पर प्रदेश के दो दिग्गजों के बीच इन दिनों ट्विटर वार चल रहा है। दोनों नेताओं के बीच दी जा रही बहस की चुनौती ने प्रदेश की सियासत को पूरी तरह से गरमा दिया है।
प्रदेश के आर्थिक हालात पर बजट सत्र से पहले प्रदेश के दो बड़े नेताओं के बीच इन दिनों ट्विटर वार चल रही है। पूर्व CM हरीश रावत और वित्त मंत्री प्रकाश पंत एक दूसरे को बहस की चुनौती दे रहे हैं। ट्विटर पर दी जा रही इस चुनौती के तहत पूर्व CM हरीश रावत ने तो वित्त मंत्री को देहरादून के गांधी पार्क में बहस का आमंत्रण दे डाला। इसे स्वीकारते हुए वित्त मंत्री ने 28 मार्च के बाद किसी भी तारीख को बहस करने की हामी भर दी है। दरअसल ये पूरी बहस शुरु हुई हरीश रावत के ट्वीट के बाद जिसमें उन्होने लिखा था, “राज्य में एक बड़ी बहस होनी चाहिए कि कुल राजस्व प्राप्ति में गिरावट क्यों? राज्य की सकल विकास दर में गिरावट क्यों? प्रकाश पंत जी जैसा सुजान व्यक्ति वित्तमंत्री हो और राज्य की आर्थिक सेहत खराब हो जाए तो फिर सवाल किससे किया जाए? शायद इसीलिए लोग बहस से कतरा रहे हैं, मीडिया भी।” इसके जवाब में वित्त मंत्री प्रकाश पंत ने भी हामी भर दी और कहा कि वो 28 मार्च के बाद किसी भी तारीख पर किसी भी जगह बहस करने को तैयार है। भारतीय राजनीति में सीधी बहस की चुनौतियां भले ही कितनी दी जाएं, लेकिन वह कम ही होती दिखती हैं। अब देखना यह है कि उत्तराखंड की राजनीति के ये दोनों दिग्गज बजट के बाद सचमुच आमने-सामने की बहस करते हैं या अन्यों की तरह ही बचकर निकल लेते हैं।