देहरादून/रूद्रपुर। उत्तराखंड की सबसे कड़वी सच्चाई है. इसके कोई नकार नहीं सकता है. यहां के नौजवानों को पलायन करने के लिए मजबूर किसने किया था? घोटाले किसने किए थे? बर्बादी कौन लाया था? उत्तराखंड के गांवों को सड़कों से वंचित रखने वाले कौन थे? ऐसे ही सवाल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नेे रूद्रपुर में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में आयोजित रैली के दौरान जनता से पूछे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रैली में मौजूद लोगों से पूछा कि क्या ऐसी कांग्रेस पार्टी को मौका मिलना चाहिए। ऐसे झूठे और वादाखिलाफी करने वाले लोगों को सजा मिलनी चाहिए या नहीं? क्या आप 11 अप्रैल को बटन दबाकर कांग्रेस को सजा देंगे? उन्होंने कहा कि मैंने (मोदी) प्रधानमंत्री बनने के बाद उत्तराखंड के कोने.कोने तक विकास पहुंचाने का संकल्प लिया था, लेकिन कांग्रेस ने मेरे तमाम प्रयासों में अड़ेंगे लगाए थे। तब राज्य की कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री का काम केवल दिल्ली कांग्रेस दरबार में हाजिरी लगाने का था। वह एक परिवार के बेरोजगार का रोजगार पक्का कराने के मिशन में जुटे थे। उन्हें यहां के हजारों युवाओं की चिंता नहीं थी। याद करि, उत्तराखंड की पहचान घोटालों से क्या हो गई थी। कभी राहत, आबकारी, खनन घोटाला। कांग्रेस के कल्चर ने उत्तराखंड को तबाह कर दिया था।
उत्तराखंड में पांचवा धाम है सैनिक धाम
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने सम्बोधन के दौरान कहा कि उत्तराखंड भारत की सुंदर परिभाषा जैसा है। यहां गंगा है, यमुना है. भागरथी से संगम को आतुर अलकनंदा है, पंचकेदार है और बद्री-केदार मिलाएं तो चार धाम बनते हैं. मैं इनमें पांचवा धाम जोड़ता हूं- सैनिक धाम।