देहरादून। उधमसिंह नगर जिले के सरकारी अस्पतालों में तीन चौथाई से अधिक सरकारी डॉक्टरों के पद खाली है। जिले में चिकित्सा अधिकारियों के 201 पदों में से केवल 48 पदों पर ही वर्तमान में डॉक्टर कार्यरत है। रिक्त 153 पदों में से केवल 31 पदों पर संविदा पर डॉक्टर कार्यरत है। यह खुलासा सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन (एडवोकेट) को स्वास्थ्य महानिदेशालय द्वारा उपलब्ध करायी गयी सूचना से हुआ है।
स्वास्थ्य महानिदेशालय द्वारा उपलब्ध करायी गयी सूचना के अनुसार उधमसिंह नगर जिले में चिकित्साधिकारियों के कुल 201 पद स्वीकृत है जिसमें से केवल 48 पदों पर ही चिकित्साधिकारी कार्यरत है जबकि 153 पद रिक्त है। रिक्त पदों में केवल 31 पर ही संविदा पर डॉक्टर कार्यरत है। उधमसिंह नगर जिले में सर्वाधिक 33 डॉक्टरों के पद काशीपुर के एल.डी.भट्ट चिकित्सालय में है तथा 32 पद जवाहर लाल नेहरू जिला चिकित्सालय रूद्रपुर में है। जबकि वर्तमान में काशीपुर में केवल 9 डॉक्टर ही कार्यरत है तथा 24 पद रिक्त है इसमें से केवल 7 पदों पर ही संविदा पर डॉक्टर कार्यरत है। इसी प्रकार जिला अस्पताल रूद्रपुर में 32 में से केवल 14 पदों पर डॉक्टर कार्यरत है जबकि रिक्त 18 पदों में से केवल 3 पदों पर ही संविदा पर डॉक्टर कार्यरत है। इसके अतिरिक्त जिले में 1-1 डॉक्टरों वाले 9 छोटे अस्पताल है जिनमें से केवल 2 अस्पतलों में ही डॉक्टर कार्यरत है। शेष 7 में से केवल 1 पर संविदा डॉक्टर कार्यरत है शेष 5 अस्पताल डॉक्टर विहीन है।
श्री नदीम को उपलब्ध सूचना के अनुसार उधमसिंह नगर जिले में 27 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र है जिनमें 32 डॉक्टरों के पद है लेकिन केवल 2 पदों पर ही डॉक्टर कार्यरत है शेष 30 पदों में से केवल 9 पदों पर संविदा पर डॉक्टर कार्यरत है।
उधमसिंह नगर जिले के 8 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों मेें डॉक्टरों के 78 पदों में से केवल 18 पर डॉक्टर कार्यरत है जबकि 60 पद रिक्त है। इसमें से केवल 9 पर ही संविदा पर डॉक्टर कार्यरत है। 9 पदों वाले जसपुर में केवल 2, आठ-आठ डॉक्टरों के पदों वाले गदरपुर, किच्छा, सितारगंज, नानकमत्ता समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में गदरपुर में 4, किच्छा व सितारगंज में 2-2 तथा नानकमत्ता में कोई डॉक्टर ही कार्यरत नहीं है। यद्यपि किच्छा में 2, सितारगंज में 3 तथा नानकमत्ता में 1 संविदा पर नियुक्त डॉक्टर से काम चलाया जा रहा है। 21 पदों वाले खटीमा के समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में केवल 8 डॉक्टर ही कार्यरत है जबकि केलाखेड़ा में 2 डॉक्टरों के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एक भी डॉक्टर कार्यरत नहीं है। सितारगंज जेल कैम्प में भी डॉक्टरों के सभी 3 पद रिक्त है। केवल इतना ही नहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय के अन्तर्गत चिकित्सा अधिकारियों के 14 पदों में से केवल 3 पर ही डॉक्टर कार्यरत है शेष 11 पद रिक्त है जिसमें केवल 2 पर ही संविदा पर डॉक्टर कार्यरत है।
श्री नदीम को उपलब्ध करायी गयी सूचना के अनुसार जिले में 18 स्वास्थ्य केन्द्र ऐसे है जिसमें कोई भी डॉक्टर कार्यरत नहीं हैं इसमें केलाखेड़ा का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, नारायणपुर, लालपुर, रायपुर, करनपुर, सकेनिया, मोहनपुर, रायपुर (गदरपुर) शंातिपुरी, बरा, नारायणपुर, मैनाझुंडी, दयूरी, बन्नाखंेड़ा, हरिपुरा हरसान, चकरपुर, नगलातराई, प्रतापुर (खटीमा), के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र शामिल हैं। इसके अतिरिक्त राजकीय एलौपेथिक चिकित्सालय सक्की खमरिया (किच्छा) साधूनगर (सितारगंज) तिलियापुर रामनगर (बाजपुर) तथा जोगीपुरा (बाजपुर) सम्पूर्णानन्द जेल कैम्प भी डॉक्टर विहीन है। मुख्य चिकित्साधिकारी अधिष्ठान के अन्तर्गत डॉक्टरों के जो पद रिक्त है उसमें जिले के दोनों नगर निगमों रूद्रपुर व काशीपुर के नगर स्वास्थ्य अधिकारी, 3 अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी भंडार, जिला कुष्ठ अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी कुष्ठ, वरिष्ठ जिला क्षय रोग अधिकारी के पद शामिल है।