पुरोला/देहरादून। ‘कृमि से छूटकारा, सेहतमन्द भविष्य हमारा’’ नारा उत्तराखंड के इस स्कूल में गलत साबित होता दिखा। इस स्कूल के 23 बच्चे पेट के कीड़े मारने वाली दवा खाने से अस्पताल पहुंच गए। इससे स्कूल के शिक्षकों में हड़कम्प मच गया।
मामला जनपद उत्तरकाशी के पुरोला विकासखंड के राजकीय प्राथमिक विद्यालय डेरिका का है, जहां कृमि दिवस पर मध्याह्न भोजन के बाद 23 बच्चों को कीड़े मारने वाली दवा खाने को दी। इसके खाने के कुछ देर बाद ही कृष्णा, नेहा रावत, सुलोचना, राधिका, शिव दयाल की तबियत अचानक खराब हो गई और उल्टी, पेचिस और पेट में दर्द होने की शिकायत करने लगे। थोड़ी देर बाद बाकी छात्र-छात्राएं भी चक्कर, बेहोश पेट दर्द की शिकायत कर दर्द से चिल्लाने लगे तो विद्यालय की शिक्षिकाएं घबरा गईं।
स्कूली बच्चो के एकाएक बीमार होता देख स्कूल के शिक्षकों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में उन्होंने 108 सेवा को फोन किया और सभी 23 छात्र-छात्राओं को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पुरोला ले आए। जहां चिकित्सकों की ओर से सभी बच्चों का चेकअप कर उनका प्राथमिक उपचार किया गया। फिलहाल बच्चों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। सभी को घर भेज दिया गया है।