रुद्रप्रयाग/देहरादून। यदि सब कुछ योजना के अनुसार हुआ, तो आने वाले समय में केदारनाथ दिव्य और भव्य रूप में नजर आएगा। मास्टर प्लान के तहत केदारपुरी को बसाने की तैयारी शुरू कर दी गयी है।
केदारपुरी का नजारा एक साल के भीतर पूरी तरह बदला-बदला सा नजर आएगा। मास्टर प्लान के तहत केदारपुरी को बसाने की तैयारी शुरू कर दी गयी है। अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार प्रथम चरण में केदारनाथ में करीब दो सौ करोड़ रपए के प्रोजेक्ट पर काम होगा। कार्ययोजना के तहत सरस्वती और मंदाकिनी नदी के कटाव से केदारपुरी को सुरक्षित करने के लिए नदी प्रोटेक्शन वॉल का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही घाट निर्माण भी किया जाएगा। जहां पर यात्री पूजा कर सकेंगे। संगम से केदारनाथ मंदिर गेट तक करीब 40 फीट चौड़े रास्ते का निर्माण होगा। रास्ते के किनारे यात्रियों के बैठने और आराम के लिए सुविधाएं विकसित की जाएंगी और पूजा सामग्री व अन्य दैनिक आवश्यकताओं की व्यवस्था होगी। डिस्पेंसरी, पोस्ट आफिस और बैंक की भी सुविधा यात्रियों को मिलेंगी। रास्ते के दोनों ओर स्थानीय शैली में तीर्थ पुरोहितों के भवनों का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही मंदिर के पीछे आपदा में मारे गए लोगों की याद में स्मृति वन बनाया जाएगा। साथ ही मेडिटेशन सेंटर और मेमोरियल बनाया जाएगा। आपदा के कारण नेस्तनाबूद हुए शंकराचार्य समाधिस्थल का भी दोबारा निर्माण किया जाएगा। यहां पर संग्रहालय का भी निर्माण होगा। यह सभी निर्माण कार्य पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए किए जाएंगे। डीएम ने बताया कि पर्यावरण को देखते हुए ही सभी योजनाओं पर काम होगा। शीतकाल में भी केदारपुरी में निर्माण कार्य चलता रहेगा, तय समय सीमा पर कार्य पूरे किए जाएंगे।