देहरादून। ज्ञान प्रचारक मंशाराम खण्डूरी ने कहा कि संसार में विचरण करते हुए अगर किसी मनुष्य ने जीवन रहते हुए सद्गुरु से निरंकार परमात्मा को प्राप्त कर लिया तो समझो उसका बेड़ा पार होगा।
संत निरंकारी सत्संग भवन रेस्ट कैंप में आयोजित रविवारीय सत्संग कार्यक्रम में स्थानीय ज्ञान प्रचारक मंशाराम खण्डूरी ने सद्गुरू माता सुदीक्षा महाराज का पावन संदेश देते हुए कहा कि सद्गुरु लोक और परलोक दोनों जहानों का मालिक होता है। संसार में रहते हुए सतगुरु सुख-सुविाएं भी प्रदान करता है और जीवन का कायाकल्प होने लगता है। हमें सद्गुरु रूप में माता सुदीक्षा महाराज का पावन आशीर्वाद सुलभ हो रहा है जो हमें प्रेम और विनम्रता की शिक्षा दे रही हैं। उन्होंने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि हम साकार सतगुरु के सान्धिय में बैठकर सत्संग कर रहे हैं। मनुष्य का जन्म कर्म के लिए ही हुआ है। लेकिन मनुष्य, जन्म को भोग-विलास करने का साधन मान लेता है, यही उसकी सबसे बड़ी भूल है। मनुष्य जीवन की सार्थकता कर्तव्य पालन में ही है। क्योंकि शरीर नशावान है, क्षणभंगुर है। इसलिए जिसने निरंकार पा लिया उसका बेड़ा पार हो गया। क्योंकि शरीर की अपनी सीमा है जो जीवनावधि पूर्ण होने पर परमपिता परमात्मा इसे वापस ले लेगा। इसलिए समय का सद्पयोग जरूरी है। मंच का संचालन अमित भट्ट ने किया।