देहरादून। सरकार द्वारा हाईकोर्ट के आदेश के बाद शहर में चलाए जा रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान और सीलिंग की कार्यवाई के विरोध में व्यापारियों ने 28 अगस्त को दून बन्द और चक्का जाम का ऐलान किया है। इससे पूर्व 21 अगस्त को जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा जाएगा। दून उद्योग व्यापार मण्डल की एक बैठक राजा रोड स्थित गीता भवन मन्दिर में आयोजित की गयी। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष अनिल गोयल ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश की आड़ में व्यापारियों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सूबे के अधिकारी जिन 75-100 साल पुराने नक्शो के आधार पर कार्यवाई कर रहे हैं वह कतई तर्क संगत नही है। वास्तव मे अधिकारी हाई कोर्ट के आदेशों की आड़ मे अतिक्रमण हटाने के नाम पर अधिग्रहण की कार्रवाई कर व्यापारियों का उत्पीड़न कर रहे हैं।दून उयोग व्यापार मण्डल के संरक्षक एवं वरिष्ठ व्यापारी नेता उमेश अग्रवाल ने कहा कि समस्त व्यापारी अस्तिव की इस लडाई मे एकजुटता का परिचय देते हुए अपने व्यक्तिगत स्वार्थ त्याग कर व्यापारिक संस्थानो को बचाने का प्रयास करे। उन्होंने सरकार से अपील की कि व्यापारियों की रोजी रोटी बचाने के लिये कोई संवेधानिक रास्ता निकाल कर सुरक्षा प्रदान करे। व्यापारी वर्ग सदैव सरकार और प्रशासन का का सहयोग करता रहा है। दून उद्योग व्यापार मण्डल के अध्यक्ष विपिन नागलिया ने कहा कि अतिक्रमण का चिन्हीकरण नाली से नाली होना चाहिए। व्यापारी अतिक्रमण के खिलाफ है और सरकार का पूरा सहयोग करता है। लेकिन जिस प्रकार अधिकारी हाई कोर्ट के आदेश की आड़ में उत्पीड़न कर रहे है वो बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। दून उयोग व्यापार मण्डल के मंत्री सुनील मेसोंन ने माँग की कि जिन व्यापारियों की दुकानें पूरी तरह उजड़ गई हैं उन्हें विस्थापितों की तर्ज पर दूसरी जगह दुकान मिलनी चाहिए । ताकि उसके परिवारों के सामने आए रोजी रोटी के संकट का समाधान हो सके। बैठक में संरक्षक उमेश अग्रवाल, अध्यक्ष विपिन नागलिया और प्रांतीय उद्योग व्यापार मण्डल के अध्यक्ष अनिल गोयल,राजकुमार गर्ग जी , मीत अग्रवाल, दीपक गुप्ता, श्रीकिशन गुप्ता, बृजलाल बंसल, संजय कन्नौजिया , मनमोहन , रामगोपाल , संजीव बंसल, गौरव कुमार, आयुष जैन, अखिल भाटिया, राजेश बडोनी, इंदर लाल भाटिया , जतिंदर कपूर, आरएल कपूर, राहुल अग्रवाल, पार्थ पुण्डीर, केवल पुण्डीर, ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अशोक ग्रोवर, हरि सिंह, विमल चौधरी , गोविंद वल्लभ, विमल जुनेजा, गिरीश मन्डोला, प्रदीप वर्मा, सूरज भान, दीपक नेगी, गजेंद्र वासन समेत अन्य व्यापारी मौजूद थे।