देहरादून। 75 यात्रियों का एक जत्था देहरादून से दिल्ली होते हुए, भुवनेश्वर, पुरी, कटक आदि के ऐतिहासिक धर्म स्थलों के दर्शन कर वापिस लौट आया है। दून पहुुंचने पर यात्रियो का जोरदार ढंग से स्वागत किया गया।
ज्ञातव्य हो कि यह जत्था 13 मार्च को सः रणजीत सिंह व सः जसबीर सिंह के नेतृत्व में जन शताब्दी से दिल्ली होते हुए दूरंतो ट्रेन द्वारा भुवनेश्वर पहुंचा जहां गुरद्वारे से लंगर रेलवे स्टेशन पर संगतों के लिए भेजा गया।लंगर छकने के बाद जत्था पुरी के लिए रवाना हो गया। यहां ऐतिहासिक गुरु नानक बाउली मठ, विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर के इलावा विभिन्न मंदिरों के दर्शन कर 17 मार्च को बस द्वारा कोणार्क मंदिर की अद्भुत कला को देख कर “गुरद्वारा दातन साहिब” कटक, उड़ीसा पंहुचा। सुबह दर्शन कर गुरद्वारा दवारा तैयार नाशता करने के बाद श्री गुरु सिंह सभा भुवनेश्वर के लिए रवाना हुआ यहां दो दिन विश्राम के दौरान प्रसिद्ध नंदन कानन चिडिया घर, लिंग राज मंदिर, धौल गिरी, उदयगिरी आदि दर्शनीय स्थलों के साथ मधूसूदन पार्क जिसमें फिजियो थिरैपी के सभी उपकरण लगे हुए हैं बहुत ही रमणीक स्थल का भ्रमण कर 20 मार्च को वापिस प्रस्थान किया होली के दिन सुबह दिल्ली पहुंचे और बंगला साहिब गुरद्वारे के दर्शन करके रात 9:15 पर दे:दून पंहुचे।
दून पहुुंचने पर दून उद्योग व्यापार मण्डल के पर्देश अध्यक्ष अनिल गोयल, सराफा मंडल के अध्यक्ष सुनील मैसोन, नेहरू कालोनी के गुरद्वारे के अध्यक्ष अरविंद रतडा, स. देवेन्द्र सिंह ने सभी यात्रियों का फूल माला व पुष्प वर्षा करके स्वागत किया। यात्रियों में 5 साल से लेकर 75 साल तक के लोग सम्मिलित थे, जिनमें स. प्रीतम सिंह आहूजा, स. तीर्थ सिंह कुकरेजा हल्द्वानी, श्रीमती जसबीर कौर प्रेमनगर, हरजिंदर चावला सहारनपुर मुख्य थे। सबसे छोटा यात्री स. भवदीप सिंह था।