देहरादून। गुरुद्वारा श्री गुरुसिंह सभा आढ़त बाजार के तत्वावधान में 8वें गुरू श्री गुरु हरिकृष्ण साहिब का प्रकाश पर्व धूमधाम से मनाया गया। मीरीपीरी दिवस को समर्पित इस पर्व पर कथा कीर्तन का दरबार सजाया गया। प्रात: हजूरी रागी चरणजीत सिंह ने आसा दी वार का शब्द ‘‘सतगुरू बंदी छोड़ है, जीवन मुक्त करे उड़ीना का गायन कर संगतों को निहाल कर दिया। इस मौके पर मुख्य ग्रंथी शमशेर सिंह ने कहा कि छठे गुरू हरगोविंद सिंह जी ने धर्म और राजनीति का मेल करवाया। साथ ही अकाल तख्त साहिब की संरचना की। यहीं से सिख पंथ को हुक्मनामें जारी होते थे। उन्होंने कहा कि आठवें गुरू हरिकृष्ण साहिब को पांच वर्ष की आयु में गुरता गद्दी मिल गई थी, जहां से उन्होंने रोगियों के दुखों को दूर किया। कार्यक्रम के बाद संगतों ने गुरू का लंगर छक कर प्रसाद ग्रहण किया। इस मौके पर गुरूद्वारा सिंह सभा के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राजन, महासचिव गुलजार सिंह, मनजीत सिंह, सतनाम सिंह, जत्थेदार दलीप सिंह, हरभजन सिंह आंनद, फूला सिंह, सेवा सिंह मठारू, देवेंद्र सिंह भसीन,लक्खा सिंह, गुरसेवक सिंह, गुरचरण सिंह, गुरबचन सिंह, जसविंदर सिंह गोगी आदि मौजूद थे।