देहरादून। BJP द्वारा बागियों के खिलाफ कार्यवाही किये के बाद कांग्रेस ने भी बागियों को कड़ा संदेश देते हुए उनके खिलाफ पार्टी से निष्कासन की कार्यवाही की है। प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति द्वारा नगर निकाय चुनाव में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ कार्य करने वाले ऐसे लोगों को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना ने बताया कि जिन लोगों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण निष्कासित किया गया है, उनमें नगर निगम देहरादून से सुनील जायसवाल, मोहन सिंह नेगी व दिनेश भण्डारी शामिल हैं। इसके अलावा नगर पालिका परिषद, डोईवाला से शिल्पी नेगी एवं विक्रम सिंह नेगी, नगर पालिका परिषद जोशीमठ से रमेश सती, सुभाष डिमरी, नरेशानन्द नौटियाल, सरिता नौटियाल, अजीत पाल रावत, सुखदेव सिंह बिष्ट, हरीश सती, अनिल नम्बूरी, समीर डिमरी, मोहन सिंह राणा व अनीता नेगी को भी निष्कासित किया गया है। इसी तरह नगर पालिका परिषद पौड़ी से नीलम रावत, उपेन्द्र भट्ट, नगर पालिका परिषद, पिथौरागढ़ से अजय महर व नगर पंचायत बेरीनाग से हेम पन्त को निष्कासित किया गया है। नगर पालिका परिषद अल्मोड़ा से त्रिलोचन जोशी, अख्तर हुसैन, केवल सती, मनोज सनवाल, दानिश खान, पंकज वर्मा, कमल पंत, अमरनाथ सिंह रावत को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। अल्मोड़ा के बागियों को राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी व सह प्रदेश प्रभारी राजेश धर्माणी ने पहले ही निष्कासन के आदेश दे दिये थे। इसके अलावा नगर पालिका परिषद बागेश्वर से दिलीप खेतवाल, रणजीत सिंह बोरा, दीपक खेतवाल, किशन नगरकोटी, इन्द्र सिंह परिहार, भवानी राम आगरी, सुरेश खेतवाल, रेखा खेतवाल के साथ ही नगर पंचायत भीमताल से सौरभ रौतेला व विक्रम जीना को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते तत्काल प्रभाव से पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है। धस्माना ने बताया कि पार्टी की ओर से कई अन्य लोगों से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक अनुशासित संगठन है तथा इसमें यदि अनुशासनहीनता होती है तो उसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो भी पार्टी अनुशासन की लाइन पार करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। धस्माना ने यह भी बताया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा जिला कांग्रेस अध्यक्षों को निर्देश दिये हैं कि जिन जिलास्तरीय कांग्रेसजनों की पार्टी विरोधी गतिविधियों की शिकायत मिले, उनके खिलाफ समुचित कार्रवाई की जाए।