नई दिल्ली। अपने बयानो के लिए चर्चाओं में रहने वाले नेशनल कांफ्रेस के फारूख अब्दुल्ला एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार पाक अधिकृत कश्मीर को लेकर है, जिसको उन्होंने पाकिस्तान का बताया है। इसके अलावा उन्होंने पाकिस्तान मंत्री द्वारा दिये गये एक बयान का भी समर्थन किया है।
मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक सरकार द्वारा नियुक्त किये गये वार्ताकार दिनेश्वर शर्मा से शनिवार को मिलने के बाद नेशनल कांफ्रेस के फारूख अब्दुल्ला ने पत्रकारो से वार्ता के दौरान कहा कि कश्मीर का विवाद भारत-पाक के बीच है इसलिए पाकिस्तान सरकार से वार्ता करनी होगी, क्योकि कश्मीर का एक हिस्सा उनके पास है। जो हिस्सा (पीओके) पाकिस्तान के पास है वो पाकिस्तान का ही है और यह भारत का हिस्सा है। अगर वे शांति चाहते हैं तो सरकार को पाकिस्तान के साथ बातचीत करनी चाहिए और हमारे साथ-साथ उनको भी स्वायत्ता देनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तानी मंत्री ने बिल्कुल सही कहा कि आप भूल गए हो कि जो हिस्सा आपका है वह एक हथियार के द्वारा अधिकृत कर लिया गया है। आप अधिकृत करने वाले हथियार को भूल गए और कहते हो कि वह हिस्सा आपका है। यदि आप यह बात करते हो कि यह आपका है तो हथियार को भी याद रखो।’ फारूख ने कहा कि कश्मीर हर ओर से जमीन और परमाणु हथियार संपन्न राष्ट्रों से घिरा है। इसलिए आजादी की मांग उचित नहीं है। उनका कहना है कि कश्मीर में भारत सरकार अमन चैन चाहती है तो उसे पाकिस्तान के साथ भी बातचीत करनी होगी। जबकि भारत सरकार का मानना है कि पाक अधिकृत कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है।