रुद्रप्रयाग। विशिष्ठ बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त प्राथमिक शिक्षकों के प्रशिक्षण को अमान्य ठहराये जाने से नाखुश प्राथमिक शिक्षकों ने राज्य संघ के निर्देश पर अपना असहयोग आंदोलन शुरू कर दिया है, जिसके चलते शिक्षक मिशन कोशिश, मिड डे मील, दैनिक एसएमएस व ऑनलाइन फीडिंग का कार्य नहीं करेंगे। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विक्रम सिंह झिंक्वाण एवं महांमंत्री ललित मोहन काला ने बताया कि कई बार के अनुनय विनय एवं पत्राचार के बावजूद विशिष्ठ बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षकों के लिए जबरन पुन: प्रशिक्षण की बाध्यता की जा रही है। पूर्व में शिक्षा मंत्री के आश्वासन पर संघ ने अपना संघर्ष कार्यक्रम स्थगित कर दिया था, लेकिन लम्बा समय व्यतीत होने के बावजूद समाधान नहीं हो पाया है, जिससे समूचा प्राथमिक शिक्षक आक्रोशित है।प्रांतीय नेतृत्व से मिले निर्देशों का हवाला देते हुए महामंत्री काला ने बताया कि प्रकरण के स्थायी समाधान तक शिक्षा विभाग के साथ असहयोग कार्यक्रम किया जायेगा। शिक्षक शिक्षण कार्य तो करते रहेंगे, मगर सोशल मीडिया व्ट्सअप पर किसी प्रकार की सूचना का प्रेषण भी नहीं करेंगे और मिड डे मील, योजना के दैनिक एसएनएस भी प्राथमिक शिक्षक नहीं करेंगे। मिशन कोशिश के तहत विभागीय अधिकारियों के इतर अन्य का हस्तक्षेप स्वीकार्य नहीं होगा। ना ही उन्हें सूचनाएं दी जाएंगी। सोशल मीडिया पर आ रहे मासिक परीक्षा प्रश्नपत्र स्वीकार्य नहीं होंगे। जिलामंत्री ने जिले भर के प्राथमिक शिक्षकों का आह्वान किया कि असहयोग आंदोलन में पूरा सहयोग दें। शाखा पदाधिकारी क्षेत्र स्तर की समीक्षा करेंगे व जिला सोशल मीडिया प्रभारी अनवर सिद्धकी की जिम्मेदारी होगी कि सोशल मीडिया के जरिये असहयोग आंदोलन की दैनिक गतिविधियों की समीक्षा कर जिला नेतृत्व को उपलब्ध कराये। उन्होंने बताया कि 15 जून के पश्चात जनपदवार क्रमिक अनशन शिक्षा निदेशालय में शुरू किया जायेगा। इसके बाद राजधानी दून में महारैली एवं जेल भरो आंदोलन होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के साथ हो रही नाइंसाफी के विरुद्ध लम्बे संघर्ष के लिए तैयार रहे।