प्रौद्योगिकी को पर्यावरण सरक्षण सेे जोड़ने का आह्वान

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर यूसर्क ने किया कार्यक्रम का आयोजन
देहरादून। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस-2018 के अवसर पर उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क), के सभागार में शुक्रवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए यूसर्क के निदेशक प्रो0 दुर्गेंश पंत ने कहा कि कॅप्यूटर विज्ञान ने प्रौद्योगिकी के माध्यम से विश्व में नई क्रांति ला दी है। आज भारत प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विश्व के शीषर्थ देशों की दौड़ में सम्मिलित है।
प्रो0 दुर्गेंश पंत ने कहा कि प्रौद्योगिकी के माध्यम से अन्य क्षेत्रों की भांति शिक्षा एवं पर्यावरण के क्षेत्र में क्रांति लायी जा सकती है, इसी कार्य को यूसर्क कर भी रहा है। कार्यक्रम में ईको टास्कफोर्स के सेवानिवृत्त कमांडिंग ऑफिसर कर्नल एच0आर0एस0 राणा रक्षा प्रौद्योगिकी पर व्याख्यान देते हुये प्रौद्योगिकी को पर्यावरण सरक्षण सेे जोड़ने का आवाहन किया। उन्होंने यूसर्क के कार्यों की सराहना करते हुये यूसर्क के साथ मिलकर रिस्पना नदी को स्वच्छ एवं सुन्दर बनाने की शपथ लेने का भी आवाहन किया। कार्यक्रम का संचालन यूसर्क के वैज्ञानिक डा0 ओ0पी0 नौटियाल द्वारा किया गया। डा0 नौटियाल ने प्रौद्योगिकी दिवस को मानाये जाने पर महत्वपूर्ण प्रकाश डालते हुए प्रौद्योगिकी में भौतिकी के योगदान पर व्याख्यान दिया।   
कार्यक्रम में एस0जी0आर0आर0 विश्वविद्यालय के डा0 प्रवीण त्रिपाठी ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेन्स विषय पर व्याख्यान देते हुए भविष्य में इसके होने वाले व्यापक प्रयोग पर विस्तार से समझाया। पेट्रोलियम विश्वविद्यालय की डा0 विन्द्यया देवल्ला ने ऐरोस्पेस इंजीनियरिंग के बारे में छात्र-छात्राओं को जानकारी दी। एस0जी0आर0आर0 विश्वविद्यालय के डा0 नरोत्तम शर्मा ने अपना व्याख्यान जैवप्रौद्योगिकी एवं तकनीकी विषय पर दिया। आई0आईपी0 देहरादून के सेवानिवृत्त वरिष्ठ वैज्ञानिक डा0 एस0के0 खन्ना ने अपना व्याख्यान पेट्रोलयम के क्षेत्र में बढ़ते हुये तकनीकी के प्रयोग एवं पेट्रोलियम पदार्थों के विश्लेषण एवं निष्कर्षण विषय पर दिया। आई0आई0आर0एस0 देहरादून के सेवानिवृत्त वरिष्ठ वैज्ञानिक डा0 डी0एन0 पंत ने अपना व्याख्यान रिमोट संन्सिंग विषय पर दिया। यूसर्क के वैज्ञानिक डा0 मन्जू सुन्दरियाल ने कृषि प्रौद्योगिकी पर चर्चा की।
डा0 भवतोष शर्मा ने जल प्रौद्योगिकी, डा0 राजेन्द्र सिंह राणा ने औषधीय प्रौद्योगिकी तथा श्रीमती अनुराधा ध्यानी ने लेजर प्रौद्योगिकी पर विस्तार पूर्वक चर्चा की। कार्यक्रम में वनस्थली विश्वविद्यालय-उदयपुर, चौधरी चरण सिह विश्वविद्यालय-मेरठ, डी0यू0वी0ए0एस0 विश्वविद्यालय-मथुरा, वैटनरी विश्वविद्यालय, एस0जी0आर0आर0 विश्वविद्यालय-देहरादून तथा यू0पी0ई0एस0 के छात्र-छात्राओं के साथ ही आप्शन इंडिया नई दिल्ली के राकेश कुमार सिंह, यूसर्क के वैज्ञानिक डा0 मन्जू सुन्दरियाल, डा0 ओ0पी0 नौटियाल, डा0 राजेन्द्र सिंह राणा, डा0 भवतोष शर्मा, श्रीमती अनुराधा ध्यानी, प्रशासनिक सलाहकार के0के0 पाण्डे, शिवानी पोखरियाल, हरीश ममगांई, राजीव बहुगुणा, राजदीप जंग, दीपक पंत, आरती भट्ट सहित अन्य प्रतिभागियों ने शिरकत की।

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