तक धिनाधिन में सुनाई गई कहानियां और बच्चों ने पेश किया नजरिया
देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। मानव भारती के अंघेला हिल्स ग्रीन स्कूल में बिहार और उत्तराखंड के बच्चों को प्रकृति से जोड़ने के लिए कहानियां सुनाई गईं। बच्चों से कहा गया कि आप कल्पना कीजिए और यर्थार्थ तक पहुंचिए। बच्चों ने अलग -अलग विषयों पर अपना नजरिया व्यक्त किया।
उत्तराखंड बिहार कम्युनिटी इंगेजमेंट प्रोग्राम के तहत तीसरे दिन अंघेला हिल्स ग्रीन स्कूल में बच्चों ने क्लास लगाई। मानव भारती प्रस्तुति तक धिना धिन का आयोजन किया गया। तक धिनाधिन के संयोजक राजेश पांडेय ने बच्चों की कल्पना शक्ति को जानने की कोशिश की। बच्चों से पूछा गया कि पेड़ घूमने क्यों नहीं जाता। उन्होंने इस काल्पनिक सवाल के जो जवाब दिए, वो हकीकत ही नहीं, बल्कि इनसे उनको पेड़ के महत्व का भी पता चलता है। बच्चों ने बताया कि पेड़ घूमने चला गया तो मिट्टी अपनी जगह से हट जाएगी। सड़कों पर जाम लग जाएगा। बच्चों ने यह भी कहा कि पेड़ के घू्मने जाने से आक्सीजन कौन देगा। छाया, फल, अन्न कौन देगा। इसी तरह कई सवाल उनसे पूछे गए और चर्चा की गई। बच्चों के साथ पेड़ घूमने क्यों नहीं जाता, इंगलिश की जंगल जर्नी, कौन बड़ाः अंधेरा या उजाला, सतरंगी का अभिमान कहानियों पर चर्चा की गई।
बच्चों और शिक्षकों ने भी कहानियां और कविताएं सुनाईं। मानव भारती के मार्गदर्शक प्रोफेसर राजेश्वर मिश्रा ने पेड़ घूमने जाता तो क्या होगा, विषय पर विचार लिखने को कहा। इससे पहले मानव भारती के शिक्षक डॉ. अनंतमणि त्रिवेदी ने बच्चों के साथ नैतिक शिक्षा, अधिकार और कर्तव्य पर विस्तार से चर्चा की। शिक्षक धर्मेंद्र ने आकर्षक पेपर क्राफ्ट बनाना सिखाया। बच्चों ने रंग बिरंगा पेपर बैग बनाकर अपने कल्पनाओं को व्यक्त किया। प्रतियोगी परीक्षा के जानकार अभिषेक वर्मा ने बच्चों को परीक्षा की तैयारी कैसे की जाए, के बारे में बताया। साथ ही उनकी कई जिज्ञासाओं के जवाब दिए। कार्यक्रमों में मानव भारती पटना के निदेशक प्रदीप कुमार, मानव भारती पटना स्कूल की प्रिंसिपल सुजाता बधानी, देहरादून के प्रिंसिपल राजीव सिंघल, सलाहकार जगन्नाथ प्रसाद, फाउंडेशन स्कूल के प्रिंसिपल विकास झा सहित कई शिक्षक-शिक्षिकाएं भी शामिल हुए।