देहरादून। उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा कि जिन संस्थानों में अभी तक ड्रेस कोड लागू नहीं हुआ है, वहां बहुमत के आधार पर फैसला लिया जाएगा। साथ ही डिग्री और अंक पत्र को आधार से लिंक किया जाएगा।
भाजपा मुख्यालय में जनता दरबार के बाद पत्रकारों से मुखातिब उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा कि देहरादून के डीएवी पीजी कॉलेज समेत जिन संस्थानों में अभी तक ड्रेस कोड लागू नहीं हुआ है, वहां सर्वे अथवा मतदान के जरिए रायशुमारी की जाएगी और बहुमत के आधार पर फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोशिश ये रहेगी कि ड्रेस एक हजार रुपये की सीमा के अंदर हो, ताकि सभी विद्यार्थी इसे वहन कर सकें।
डॉ.रावत ने कहा कि दीक्षांत पोशाक के निर्धारण के लिए भी मतदान होगा। उन्होंने बताया नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (एनआइएफटी) से दीक्षांत समारोह के लिए तीन ड्रेस बनवाई गई हैं। प्रत्येक विवि में यह तीनों उपलब्ध कराई जाएंगी और फिर इनमें से एक के चयन के लिए विद्यार्थियों के बीच रायशुमारी की जाएगी। बहुमत के आधार पर एक ड्रेस फाइनल होगी और अगले साल से इसे अमल में लाया जाएगा। एक सवाल पर डॉ.रावत ने कहा कि उच्च शिक्षा में पारदर्शिता की कड़ी में डिग्री और अंकपत्र को आधार लिंक किया जा रहा है। ताकि, इसमें गड़बड़ी की कोई आशंका ही न रहे।