देहरादून । विधानसभा अध्यक्ष के बेटे को पिछले दरवाजे से नौकरी दिए जाने के मामले में उपनल के अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। मामले के तूल पकड़े जाने के बाद शासन ने जांच बिठा दी है। इस संबंध में शासन ने उपनल से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। प्रमुख सचिव सैनिक कल्याण आनंद वर्धन ने बताया कि भर्ती प्रकरण को लेकर उपनल के एमडी से विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा गया है कि आखिर शासनादेश के विपरीत ये भर्तियां कैसे की गयी। उन्होंने बताया कि फिलहाल जो रिपोर्ट मांगी गयी है, वह ताजा घटनाक्रम पर ही मांगी गयी हैं, पिछली भर्तियों पर उन्होंने अभी कुछ नहीं कहा। उल्लेखनीय है कि उपनल के माध्यम से अब तक 24000 भर्तियां की जा चुकी हैं। जिसमें से 20 हजार ऐसी बतायी जा रही हैं, जिनका पूर्व सैनिकों या उनके आश्रितों से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है। कुछ दिन पहले विधानसभा अध्यक्ष के बेटे के साथ ही दो अन्य को उपनल के माध्यम से नौकरी देने का मामला समाचार पत्रों में उछला था, जिसके बाद शासन ने उपनल के अफसरों को कड़ी फटकार लगाते हुए सभी भर्तियां निरस्त करने के निर्देश दिये थे। जिसके चलते सोमवार को उपनल ने विधानसभा अध्यक्ष के बेटे सहित तीन लोगों की नियुक्ति को निरस्त कर दिया था। अब शासन ने इस मामले में पूरा ब्योरा तलब किया कि आखिर ऐसा किन परिस्थितियों में किया गया।