देहरादून। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि भारत की जनता आज अपने प्रिय नेता को खोकर शोकाकुल है। श्रद्धेय अटल के निधन से भारतीय राजनीति के एक युग का अवसान हुआ है। वे भारत के ही नहीं बल्कि विश्व के एक महान नेता थे। अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल जी का उत्तराखंड से विशेष लगाव रहा है। उन्होंने ही उत्तराखंड राज्य के गठन को मंजूरी दी थी। उन्होंने न केवल अलग उत्तराखंड का निर्माण करवाया बल्कि विशेष राज्य का दर्जा देते हुए विशेष औद्योगिक पैकेज भी स्वीकृत किया। उत्तरकाशी की सुरक्षा एवं गंगोत्री आने वाले तीर्थयात्रियों व पर्यटकों की सुविधा हेतु वरुणावत पर्वत भूस्खलन के उपचार के लिए उन्होंने विशेष आर्थिक सहायता प्रदान की। मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेश वासियों की ओर से भी अटल को श्रद्धांजलि अर्पित की है। उन्होंने कहा कि अटल जी का पूरा जीवन राष्ट्रगौरव का प्रतीक होने के साथ ही निर्धनों व वंचितों की सेवा के लिए समर्पित रहा। वे देश के पहले विदेश मंत्री थे जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिंदी में भाषण दिया। उन्होंने मई 1998 में पोखरण में सफलतापूर्वक परमाणु परीक्षण कराकर दुनिया को भारत की शक्ति से अवगत कराया। पाकिस्तान ने जब धोखे से कारगिल की चोटियों को कब्जाया तो अटल के दृढ़ नेतृत्व में भारतीय सेना ने अद्वितीय पराक्रम का परिचय देते हुए पाकिस्तानी घुसपैठियों का पूरी तरह से सफाया कर दिया। उनके नेतृत्व ने देश की अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा दी। वे आज हमारे बीच नहीं हैं परंतु उनके विचार व आदर्श हमें सदैव प्रेरणा देते रहेंगे।