देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने टिहरी स्थित डोबराचांटी पुल के निर्माण से जुड़े अभियंताओं, कार्मिकों, श्रमिकों व विभागीय अधिकारियों को इसके निर्माण में दिये गये योगदान एवं परिश्रम के लिये बधाई दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियंताओं व श्रमिकों की मेहनत से डोबराचांटी पुल बनकर लगभग तैयार हो पाया है। 14 साल के लम्बे इंतजार के बाद प्रतापनगर के लोगों की वर्षों से लम्बित मांग पूरी हुई है। टिहरी को प्रतापनगर से सीधे जोड़ने के लिए निर्माणाधीन डोबराचांटी पुल बनकर लगभग तैयार है। उन्होंने कहा कि प्रताप नगर वासियों की पीड़ा और डोबराचांटी पुल की अहमियत को समझते हुए हमने इसे अपनी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में रखा। इसके लिए एकमुश्त बजट जारी किया। अब इसका परिणाम हम सभी के सामने है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि टिहरी झील के ऊपर बनाया जा रहा डोबरा चांटी पुल का निर्माण कार्य पूरा होने से 03 लाख से ज्यादा की आबादी को जिला मुख्यालय तक आने के लिए बहुत कम दूरी तय करनी पड़ेगी। टिहरी आने वाले पर्यटक प्रतापनगर भी आ सकेंगे। आवागमन की सुविधा होने से क्षेत्र की आर्थिकी में भी इजाफा होगा। राजनीतिक नेतृत्व की दृढता व इच्छा शक्ति से किस तरह से सालों से अधर में लटके काम समयबद्धता से पूरे किए जा सकते हैं, डोबरा चांटी पुल इसका बड़ा प्रमाण है।
शहीद मोहनलाल रतूड़ी के पुत्र को शासकीय सेवा में सेवायोजित किये जाने की CM ने दी स्वीकृति
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इस वर्ष फरवरी में जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवान शहीद मोहन लाल रतूड़ी के पुत्र श्री शंकर रतूड़ी को अनुकम्पा के आधार पर शासकीय सेवा में सेवायोजित किये जाने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। शहीद मोहनलाल रतूड़ी की शहादत पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते समय मुख्यमंत्री ने शहीद मोहनलाल रतूड़ी के आश्रित पुत्र को सरकारी सेवा में सेवायोजित करने की घोषणा की थी।