देहरादून। गलत उपचार करने और गलत लैब रिपोर्ट देने के मामले में मैक्स अस्पताल के डाक्टर और आहूजा पैथोलॉजी लैब के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपितों की लापरवाही से एक महिला की मौत हो गई थी। नेशविला रोड निवासी नितेश मल्होत्रा ने शिकायत देते हुए बताया कि 2014 में उनकी पत्नी नेहा मल्होत्रा के पेट मे दर्द होने पर उपचार के लिए मसूरी रोड स्थित मैक्स सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल के डाक्टर दरा दोदमनी को चेक कराया। डाक्टर ने बताया कि नेहा की दाई किडनी खराब है, उसे निकलना पड़ेगा। आपरेशन कर किडनी निकाल दी गई। तीन महीने बाद पेट में गांठ बन गई। इसे फिर उन्हीं डाक्टर को चेक कराया। डाक्टर दरा ने कहा कि गांठ दवाई से ठीक हो जाएगी, मगर वह गांठ ठीक नहीं हुई। 2016 में उस गांठ में अत्यधिक दर्द के कारण फिर डाक्टर को चेक कराया। उसने गांठ वाले स्थान की बायोप्सी कराने की सलाह दी। गांठ वाले स्थान का सैंपल लिया गया। इसकी आहूजा पैथोलॉजी एंड इमेजिंग सेन्टर एस्लेहॉल में जांच कराई गई। जांच रिपोर्ट में केवल एन्डोमैट्रीयोसिस बताया। डाक्टर ने इसे नार्मल बीमारी बताया और कुछ दवाएं दीं। मार्च 2016 में नेहा को परेशानी होने पर चेक कराया तो बताया गया कि पेट में फ्लूड इकट्ठा हो गया है। आपरेशन करना पड़ेगा। इस पर आपरेशन कर दिया गया और फ्लड को शीशी में लाकर बायोप्सी के लिए आहूजा लैब के लिए रेफर किया गया। जांच में एन्डोमैट्रीयोसिस होना ही बताया गया और ट्रीटमेंट के लिए कहा गया। नेहा के पेट में गांठ बनना बंद नहीं हुआ और परेशानी बढ़ने लगी। जिस पर नितेश ने पारिवारिक डाक्टर से सलाह ली। उन्होंने स्लाइड के टेस्ट दिल्ली से कराने की सलाह दी। दिल्ली से उस स्लाइड्स का टेस्ट कराने पर कैंसर पॉजिटिव होना पाया गया जो कि लास्ट स्टेज पर था। डाक्टर द्वारा बार-बार आहूजा लैब से टेस्ट कराने के बाद भी कैंसर पॉजिटिव होना नहीं पाया गया था जबकि उन्हीं स्लाइड्स का अन्य लैब से जांच कराये जाने पर कैंसर का पता चला। कैंसर के लास्ट स्टेज पर होने के कारण नेहा की मौत हो गई। नितेश ने आरोप लगाया कि मैक्स के डाक्टर दरा और आहूजा पैथोलॉजी लैब के संचालक व कर्मियों की लापरवाही के कारण उनकी पत्नी की मौत हुई है। नितेश की शिकायत पर आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।