देहरादून। राजकीय शिक्षक संघ ने प्रधानाचार्य की सीधी भर्ती के सरकार के फैसले का विरोध तो किया है, लेकिन साथ में यह भी कहा है कि यदि सरकार ऐसा करना जरूरी समझती है तो सीधी भर्ती के लिए शिक्षकों को ही अर्ह माना जाए। राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय महामंत्री सोहन सिंह माजिला ने बताया कि इस संबंध में संघ गत जुलाई में आपत्ति दर्ज कर चुका है। सीधी भर्ती से प्रिंसिपल की नियुक्ति को लेकर राजकीय प्रधानाचार्य एसोसिएशन ने भी आपत्ति की थी। अब सरकार ने विभाग को प्रस्ताव बनाने को कहा तो फिर से संघ ने मांग की है कि अगर सीधी भर्ती ही एक रास्ता है तो इसके लिए अनुभवी शिक्षकों को ही अर्ह माना जाना चाहिए ताकि प्रिंसिपल के पद पर अनुभवी लोगों को नियुक्ति दी जा सके।