देहरादून। राजभवन के हरित प्रांगण में फूलों के मनमोहक रगों तथा लोक संस्कृति के सुरीले स्वरों के बीच राज्यपाल डॉ. कृष्ण कांत पाल ने आज बसंतोत्सव 2018 का भव्य शुभारम्भ किया। राज्यपाल ने इस मौके पर डाक विभाग द्वारा तैयार प्रथम दिवस आवरण का भी अनावरण भी किया जिसमें औषधीय गुणों से सम्पन्न ‘‘जंबू’ को चित्रित किया गया है।
राज्यपाल ने सम्पूर्ण प्रदर्शनी का अवलोकन किया और प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। डाक विभाग द्वारा लगाई गई ‘‘डाक टिकट प्रदर्शनी’ का भी राज्यपाल ने उद्घाटन किया। इस अवसर पर मीडिया प्रतिनिधियों से राज्यपाल ने कहा कि बसंतोत्सव केवल पुष्प उत्पादों की प्रदर्शनी नहीं बल्कि अब यह देहरादून का एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक आयोजन भी बन चुका है। इसमें व्यक्ति अपने पूरे परिवार के साथ प्रकृति, संगीत, कला, सौंदर्य, मनोरंजन, खान-पान का आनंद उठा सकता है। राज्यपाल ने यह भी कहा कि परंपरागत कृषि का एक सबसे लाभकारी विकल्प होने के कारण उत्तराखंड में फूलों की खेती छोटे काश्तकारों के लिए आमदनी का एक बेहतरीन जरिया बनने के साथ ही रोजगार का माध्यम भी बन सकती है।
उन्होंने कहा कि विगत वर्षों की तुलना में इस वर्ष बड़ी तादाद में हुए पुष्पोत्पादन ने इस क्षेत्र में विकास की असीम सम्भावनाएं जागृत कर दी हैं। ट्यूलिप जैसे कीमती फूलों की खेती को प्रोत्साहित किया जा सकता है। राजभवन में प्रायोगिक तौर पर विगत वर्ष से लगाये गये ट्यूलिप के बल्बस से निकले फूलों ने इसकी सफल खेती के अच्छे संकेत दिए हैं। राज्यपाल ने पेंटिंग प्रतियोगिता में आए बच्चों की अभूतपूर्व प्रतिभागिता देखकर कहा कि इस आयोजन के प्रति बच्चों में भी उत्साह बढ़ रहा है। इससे उनके आत्मविास में वृद्धि होगी। इनमें शारीरिक, मानसिक रूप से अशक्त तथा अपवंचित वर्ग के बच्चों सहित विभिन्न स्कूलों से आये बच्चों को चित्रकला प्रतियोगिता के अन्तर्गत रंग और तूलिका के माध्यम से अपने मनोभावों को अभिव्यक्त कर प्रतिभा प्रदर्शन का मौका दिया गया।