उत्तरकाशी। राज्यपाल बेबीरानी मौर्य ने जिला उद्योग केंद्र की ओर से एकीकृत हस्तशिल्प विकास एवं प्रोत्साहन योजना के अंर्तगत लगाई गई सात दिवसीय हस्तशिल्प प्रदर्शनी का प्रत्येक स्टाल पर जाकर बारीकी से अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने ‘‘बम बरसावा, हरियाली लावा’ अभियान के तहत हिमालयी पर्यावरण जड़ीबूटी एग्रो संस्थान जाडी की ओर से लगाये गये सीड बम स्टाल का निरीक्षण करते हुए अभियान की सराहन की और डीएम को पर्यावरण संरक्षण के लिये इस कार्य में सहयोग देने के निर्देश दिये। इस दौरान उन्होंने स्वरोजगार के बारे में महिलाओ को जरूरी टिप्स भी दिये। शुक्रवार को राज्यपाल हेलीकाप्टर से मातली हेलीपैड पहुंची। इसके बाद वह सीधे बस अड्डा उत्तरकाशी के समीप जिला उद्योग केंद्र की ओर से हिमाद्री इंमोरियम के प्रांगण में आयोजत हस्तशिल्प प्रदर्शनी का बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने तीन दर्जन से अधिक स्टालों में जाकर स्टालों के रखी गई लकड़ी से तराशी गई विभिन्न सामग्री, रिंगाल से बनी टोकरी व अन्य सामग्री, उनी वस्त्रों, स्थानीय फल एवं सब्जी के साथ अन्य कई उत्पादों के बारे में स्टाल में मौजूद लोगों से जानकारी प्राप्त ली। अधिकांश स्टालों पर महिलाओं के उपस्थित होने पर राज्यपाल ने प्रसन्नता व्यक्त की और महिलाओं से बातचीत भी की। इस दौरान कई उन्होंने मिल्क पार्लर आफ किसान स्टाल का निरीक्षण भी किया। इस दौरान उन्होंने गहत का सूप भी चखा। राज्यपाल ने कहा कि उत्तरकाशी वास्तव में देव भूमि है। उन्होंने कहा कि यहां चारों ओर प्राकृतिक संपदा का आपार भंडार है। कल-कल बहती गंगा नदी को देखकर मन प्रसन्न हो जाता है। महिलाओं का कार्य देखकर वह खुश है तथा इससे स्पष्ट है कि उत्तरकाशी में महिलाएं वास्तव में सशक्तीकरण ओर बढ़ रही हैं। एक सवाल के जबाव में राज्यपाल ने कहा कि पर्यावरण सरंक्षण के लिये सीड बम मील का पत्थर साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि जाड़ी संस्था के द्वारिका प्रसाद सेमवाल पहले व्यक्ति हैं जो उत्तराखंड में सीड बम के माध्यम से पर्यावरण सरंक्षण के लिये कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीड बम अभियान को और मजबूती के साथ आगे बढ़ाने के लिये स्कूली बच्चों अभियान में शामिल करने का प्रयास किया जाएगा। राज्यपाल ने कहा कि पर्वतीय जनपदों में शिक्षकों की कमी की बाते सामने आई हैं। वह इस संबंध में शासन से वार्ता कर शिक्षकों की कमी को दूर करने का प्रयास करेगी। उन्होंने डीएम की सराहना करते हुये कहा कि उन्होंने महिलाओं को स्वरोजगार के लिये बेहतर प्लेटर्फाम दिया है। इस अवसर पर डीएम डा. आशीष चौहान, एसपी ददनपाल, डीएसपी मनोज ठाकुर, सीडीओ प्रशांत आर्य, एसडीएम देवेंद्र सिंह नेगी, सौरव असवाल, परियोजना निदेशक राजेंद्र सिंह रावत, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र एसएस रावत आदि कई विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।