देहरादून। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह उत्तराखण्ड शासन की अध्यक्षता में नमामि गंगे कार्यक्रम के अन्तर्गत गठित राज्य गंगा समिति की बैठक सम्पन्न हुई। शुक्रवार को सचिवालय सभागार में आयोजित बैठक में मुख्य सचिव द्वारा योजना को महत्वपूर्ण बताते हुए इसके अन्तर्गत गतिमान परियोजनाओं को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए गये।
बैठक के दौरान हरिद्वार में गंगा तट सफाई की अद्यतन स्थिति पर विस्तार से जानकारी दी गयी तथा हरिद्वार में निर्माणाधीन 14 एम.एल.डी. एस.टी.पी. तथा जगजीतपुर में निर्माणाधीन 68 एम.एल.डी. के एस.टी.पी. की अद्यतन प्रगति पर जानकारी लेते हुए इसे समयबद्वता से पूर्ण करने के निर्देश मुख्य सचिव द्वारा दिये गये। बैठक में बताया गया कि तपोवन में परियोजना का कार्य पूर्ण किया जा चुका है, तथा उत्तकाशी में नगरीय सीवरेज प्रबन्धन, निर्मित पूर्व परियोजना के उच्चीकरण का कार्य पूरा किया जा चुका है। मुख्य सचिव द्वारा कीर्तीनगर, श्रीनगर, रूद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग, नंदप्रयाग, चमोली एवं गोपेश्वर में गतिमान सीवरेज प्रबन्धन, परियोजनाओं की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की गयी।
योजना के अन्तर्गत संचालित नमामि गंगे कार्यक्रम के अन्तर्गत उत्तराखण्ड राज्य में गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त करने हेतु गंगा तट पर अवस्थित प्रमुख नगरों में नगरीय सीवरेज प्रबन्धन, रीवर फ्रन्ट डेवलेपमेन्ट व फाॅरेस्ट्री इन्टरवेन्शन के कार्य किये जा रहें है। साथ ही हरिद्वार में नदी तट की सफाई के लिए टैªश बूम स्थापित किया गया है। इसके अलावा आमजनमानस को गंगा स्वच्छता एवं संरक्षण के लिए संवेदीकरण व जागरूक किये जाने की भी गतिविधियां आयोजित की जा रही है।
इस दौरान श्री अरविन्द सिंह हृयांकी, सचिव, पेयजल एवं स्वच्छता उत्तराखण्ड शासन, श्री उदय राज सिंह, कार्यक्रम निदेशक, एस.पी.एम.जी., नमामि गंगे, व उत्तराखण्ड पेयजल निगम, उत्तराखण्ड जल संस्थान, सिचांई विभाग उत्तराखण्ड, वन विभाग उत्तराखण्ड, उत्तराखण्ड पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, शहरी विकास विभाग के अधिकारीगण मौजूद रहे।