देहरादून। प्रदेश के वन मंत्री डाॅ0 हरक सिंह रावत ने काॅर्बेट टाइगर कंजर्वेशन फाउण्डेशन के साथ ही राजाजी नेशनल पार्क आदि से होने वाली आय की सम्पूर्ण धनराशि इन पार्कों एवं वन्य जीवों के संरक्षण पर व्यय किये जाने सम्बन्धी प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये हैं, ताकि प्रस्ताव को शीघ्र ही कैबिनेट की मंजूरी के लिये प्रस्तुत किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में पूर्व में मा0 उच्च न्यायालय के निर्देशों के साथ विधान सभा में भी आश्वासन दिया गया था। वन मंत्री ने काॅर्बेट टाइगर कंजर्वेशन फाउण्डेशन की भांति राजाजी नेशनल पार्क सहित प्रदेश के अधिन सभी सेन्चुरी एवं अभ्यारणों के लिए राज्य स्तरीय वन्य जीव संरक्षण अथारिटी बनाये जाने सम्बन्धी प्रस्ताव भी तैयार करने के निर्देश दिये हैं।
इस सम्बन्ध में गुरूवार को विधान सभा स्थित अपने कार्यालय कक्ष में अपर मुख्य सचिव वन एवं पर्यावरण के साथ ही विभागीय अधिकारियों की बैठक में वन मंत्री ने कहा कि राज्य स्तरीय वन्य जीव संरक्षण अथारिटी के गठन से यह आथरिटी प्रदेश के वर्तमान तथा भविष्य में गठित होने वाले सभी राष्ट्रीय पार्क वन अभ्यारण सामुदायिक अभ्यारण एवं चिड़िया घरों को इसमें सम्मलित किया जा सकेगा। तथा इनकी वित्तीय स्थिति में सुधार लाने, बेहतर प्रबन्धन, रख रखाव, वन्य जीव संरक्षण, पारिस्थितिकी पर्यटन, मानव वन्य जीव संघर्ष को कम करने से सम्बन्धित सुझाव भी राज्य सरकार को प्रेषित कर सकेगी।
बैठक में वन मंत्री ने कोटद्वार-रामनगर बस सेवा संचालन पर लगाई गई रोक सम्बन्धी मा0 उच्च न्यायालय के आदेश को रिव्यू करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आम जनता के व्यापक हित में इस बस सेवा के संचालन का प्रकरण मा0 उच्चतम न्यायालय के समक्ष भी रखा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि वे शीघ्र ही केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री डाॅ0 हर्ष वर्धन से दिल्ली में भेंट कर प्रदेश में 5 हेक्टेयर तक की वन भूमि हस्तान्तरण के प्रस्ताव स्वीकृति का अधिकार राज्य सरकार को दिये जाने के सम्बन्ध में वार्ता करेंगे। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में महानिदेशक वन भारत सरकार से उनकी वार्ता हुई है। वन मंत्री डाॅ0 हरक सिंह रावत ने बी.एच.ई.एल. हरिद्वार को सुरक्षा दीवार के निर्माण हेतु निर्देशित करने के साथ ही कालागढ़ रिसेप्सन सेन्टर की आवश्यक मरम्मत तथा बाढ सुरक्षा से सम्बन्धित कार्य भी शीघ्र करने को कहा, उन्होंने वन चैकियों के भवनों के निर्माण में भी तेजी लाने को कहा तथा निर्देश दिये कि इस सम्बन्ध में तकनीकि मदद के लिए जायका का सहयोग लिये जाने सम्बन्धी प्रस्ताव भी शासन को प्रेषित करने को कहा इससे वन विभाग द्वारा किये जा रहे निर्माण कार्यों में तेजी आयेगी।
बैठक में बी.एच.ई.एल. हरिद्वार से पकड़े गये हाथी की स्थिति पर भी चर्चा की गई तथा निर्णय लिया गया है कि इस सम्बन्ध में केन्द्रीय मंत्री श्रीमती मेनका गांधी के पत्र का तथ्यों की जानकारी के साथ उत्तर दिये जाने, हाथी के स्वस्थ होने तथा उसके पुनः हिंसक न होने की स्थिति के आंकलन के साथ उसे जंगल मंे छोडने के सम्बन्ध में चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन सभी तथ्यों पर विचार कर निर्णय लेंगे तथा उक्त हाथी की गतिविधियों की निगरानी करने के साथ ही ऐसे प्रकरणों पर ठोस प्रस्ताव तैयार कर केन्द्र सरकार को प्रेषित करने तथा जंगली हाथियों के संरक्षण की कार्य योजना तैयार करने पर भी विचार किया गया।
इस अवसर अपर मुख्य सचिव वन डाॅ0 रणवीर सिंह, प्रमुख वन संरक्षक वन्य जीव एवं मुख्य वन जीव प्रतिपालक मोनीष मल्लिक, मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव सुरेन्द्र मेहरा, निदेशक राजाजी सनातन सोनकर, निदेशक कार्बेट राहुल, अपर सचिव वित्त भूपेश तिवारी, अपर सचिव वन सुभाष चन्द्र, डी0एफ0ओ0 कालागढ ए.के.त्रिपाठी एवं वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी टाइगर रिजर्व सुश्री आदिति शर्मा आदि अधिकारी मौजूद थे।