देहरादून। राफेल विमान सौदे को महाघोटाला करार देते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष तिवारी ने केंद्र सरकार से इस मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की मांग की। उन्होंने साफ कहा कि सरकार द्वारा मांग न माने जाने पर कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन शुरू करने के लिए विवश होगी।
कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में आयोजित प्रेस कांफ्रेस में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने राफेल सौदे के जरिए देश की सुरक्षा और देश के खून पसीने की गाढ़ी कमाई के साथ खिलवाड़ किया है। सही मायने में देश के 156 विमान की जरूरत थी लेकिन सरकार ने उन्हें घटाकर 36 कर दिया। जो विमान यूपीए सरकार में 526 करोड़ रुपये में मिल रहा था, अब उसके लिए 1690 करोड़ रुपये दिए जा रहे हैँ। सीधा सीधा 41 हजार रुपये का घोटाला है। उन्होंने राफेल विमान सौदे को महाघोटाला करार देते हुए केंद्र सरकार से इस मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि केंद्र सरकार की नीयत पाक-साफ है तो वो जेपीसी से क्यों डर रही है? इससे पहले कांग्रेस नीत यूपीए सरकार के दौरान टू जी मामले में विपक्ष ने जेपीसी की मांग की थी और सरकार ने उसकी जेपीसी से जांच कराई। बाद में वह मुद्दा आधारहीन निकला। विमान सौदे को गोपनीय रखने की शर्त को भी उन्होंने हास्यास्पद करार दिया। कंपनी द्वारा हाल में दिए गए नोटिस पर पूछे गए सवाल के जवाब में तिवारी ने कहा कि, ऐसे एक लाख नोटिस भी आए तो भी कांग्रेस अपने स्टैंड पर अडिग है। इस अवसर पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह समेत कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।