देहरादून। 12वीं उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कांग्रेस का आयोजन सात से नौ मार्च तक झाझरा स्थित विज्ञानधाम परिसर में होगा। विज्ञान कांग्रेस में देशभर के वैज्ञानिक, शिक्षाविद्, शोधार्थी व चिंतक शिकरत करेंगे। विज्ञान कांग्रेस का मुख्य उद्देश्य युवा शोधार्थियों व वैज्ञानिकों को देश-दुनिया के प्रतिष्ठ्ति वैज्ञानिक समुदाय के समक्ष अपने शोध कायरे का प्रस्तुतिकरण देना तथा नवीन वैज्ञानिक खोजों से रूबरू होना है। तीन दिनी विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन प्रदेश के राज्यपाल डा. केके पॉल करेंगे। इस बात की जानकारी यूकोस्ट के महानिदेशक डा. राजेन्द्र डोभाल ने दी है। बताया कि प्रदेश के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी रविनाथ रमन, डा. शशि बाला, प्रोफेसर रविकांत, डा. बीएस तोमर, डा. सीएस नौटियाल, प्रोफेसर पीडी जुयाल आदि भी उद्घाटन सत्र के दौरान उपस्थित रहेंगे। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत नौ मार्च को विज्ञान कांग्रेस के समापन पर बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे। डा. डोभाल ने बताया कि आयोजन के तकनीकी सत्रों की शुरुआत नासी व्याख्यान माला से होगी। जिसमें डा. शशि बाला सिंह बतौर मुख्य वक्ता व्याख्यान देंगी। अपराह्न को अलग-अलग विषयों पर दो तकनीकी सत्र भी आयोजित किये जायेंगे। यूकोस्ट के प्रबंधक जनसंपर्क अमित पोखरियाल ने बताया कि 12वीं विज्ञान कांग्रेस में प्रदेश के विभिन्न विवि व उच्च शैक्षिणक संस्थानों से 510 शोधार्थी शिरकत करेंगे। इनमें 280 महिला व 230 पुरु ष शोधार्थी शामिल हैं। देशभर से 105 वैज्ञानिक भी शोधार्थियों का मार्गदर्शन करने के लिए विज्ञान कांग्रेस में आएंगे।
मनीष को मिलेगा उत्कृष्ट शिक्षक का अवार्ड : विज्ञानधाम परिसर में आयोजित होने वाले उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कांग्रेस में उत्तराखंड मूल के ख्याति प्राप््त वैज्ञानिकों को सम्मानित भी किया जायेगा। रसायन विज्ञान के क्षेत्र में डा. वीएस तोमन, कृषि विज्ञान के क्षेत्र में विनोद कुमार, गणित के क्षेत्र में डा. एचएस धामी को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी उत्कृटता अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा। इसके अलावा चिन्यालीसौड़ स्थित सरस्वती विद्या मंदिर के शिक्षक मनीष जगूड़ी को नासी द्वारा उत्कृष्ट विज्ञान शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा।