देहरादून। प्रदेश के सहकारिता, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री(स्वतंत्र प्रभार) डाॅ0 धन सिंह रावत ने विधान सभा स्थित सभा कक्ष में उच्च शिक्षा के सम्बन्ध में विश्वविद्यालय के कुलपतियों एवं कुलसचिवों के साथ बैठक ली। उन्होंने कहा विश्वविद्यालय संचालन में अनुशासन लाया जाए। सभी रिक्त पदों की विज्ञप्ति निकाली जाए। उन्होंने कहा केन्द्रीय मूल्यांकन पद्वति लागू किया जाए।
बैठक में विश्वविद्यालय के सत्र नियमन पर विशेष बल दिया गया और कहा गया समय पर परीक्षा और समय पर रिजल्ट घोषित किया जाए। एक जुलाई से सत्र का आरम्भ कर दिया जाए और 30 जून तक रिजर्ट घोषित कर दिया जाय। मंत्री ने यू0जी0सी गाईड लाईन के अनुसार आॅनलाईन एडमिशन प्रणाली प्रारम्भ करने का निर्देश दिया। अंकपत्र को काॅलेज में भेजने का भी निर्देश दिया गया। डिग्री को आधार से भी जोड़ने के निर्देश दिये।
छात्र संघ चुनाव के लिए लिंग दोह कमेटी के सस्तुतियों पर समीक्षा कर सरकार को रिर्पोट प्रस्तुत किया जाएगा और इसे कैबिनेट में रखा जाएगा। यह समिति कुलपति की अध्यक्षता में होगी। इसके सदस्य उच्च शिक्षा निदेशक एवं प्राचार्य होंगे।
ज्ञान कंुभ आयोजन विषय पर कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया गया। सितम्बर में होने वाला यह आयोजन पंतजलि में होगा। इसमंे देश के सभी कुलपति एंव शिक्षा मंत्री को आमंत्रित किया जाएगा। उद्घाटन राष्ट्रपति करेंगे। अपर मुख्य सचिव, अपर सचिव एवं कुलपति द्वारा बनाई गयी समिति इसका एजेंडा तैयार करेगी। इसका उद्देश्य एंव थीम-गुणवत्ता परक एवं व्यवाहारिक शिक्षा होगी।
25 मार्च को रक्षा मंत्री के आगमन पर एन0डी0ए एवं सी0डी0एस में चयनित 140 बच्चों का सम्मान मुख्यमंत्री आवास पर होगा। प्रतिभा सम्मान के रूप में 50 हजार रूपये का पुरस्कार दिया जायेगा। इसमें विक्ट्रोरिया क्राॅस विजेता दरबान सिंह, गब्बर सिंह और वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली इत्यादि के परिजनों, कारगिल शहीद के परिजनों, तीन पीढियों से सेना में रहने वाले परिजनों को आमंत्रित किया जायेगा। इसके आयोजन के सम्बन्ध में निर्देश दिये गये।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव डाॅ0 रणवीर सिंह, कुमाऊ विश्वविद्यालय के कुलपति डी0के0 नौटियाल, श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति यू0एस0 रावत, विवेकानन्द विश्वविद्यालय के कुलपति नागेन्द्र राव, दून विश्वविद्यालय के कुलपति सी0एस0नौटियाल एवं रजिस्ट्रार आर0सी0 मिश्रा, डाॅ0 अनिता रावत, सुधीर बुड़ाकोटी, एच0सी0 पुरोहित, दिनेश चन्द्र सहित उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद थे।