देहरादून। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को देहरादून पहुंचकर शहीद सैनिकों के परिजनों से मुलाकात की। स्थानीय परेड मैदान में कांग्रेस की परिवर्तन रैली को संबोधित करने के बाद राहुल गांधी ने दून के शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट, शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल व शहीद एएसआई मोहन लाल रतूड़ी के घर पहुंचकर उनके परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने शहीदों के परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि परिवार के किसी सदस्य की शहादत का दुख क्या होता है इससे वह (राहुल) भलिभांति वाकिफ हैं। क्योंकि मैने भी अपना पिता खोया है। पिता को खोने का दुख मैं जानता हूं।
परेड मैदान में परिवर्तन रैली को संबोधित करने के बाद राहुल गांधी सबसे पहले अपराह्न ढ़ाई बजे के आसपास नेहरू कालोनी स्थित सेना के शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट के घर पहुंचे। यहां उन्होंने शहीद चित्रेश के पिता उत्तराखंड पुलिस के रिटायर इंस्पेक्टर एसएस बिष्ट, मां रेखा बिष्ट, भाई एसएस बिष्ट व अन्य परिजनों से बात की। उन्होंने बीती 16 फरवरी को राजोस सेक्टर में हुई घटना पर दु:ख जताया और कहा कि पूरा देश उनके परिवार के साथ है। राहुल ने पहाड़ के युवाओं के साहस और शहादत को सलाम किया।
इसके बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सीआरपीएफ के शहीद जवान मोहन लाल रतूड़ी के परिजनों से मिलने के लिए कांवली रोड स्थित एमडीडीए कालोनी पहुंचे। यहां पहुंचकर राहुल ने बीती 14 फरवरी को पुलवामा हमले में शहीद हुए जवान मोहन लाल रतूड़ी की शहादत पर दुख जताया और परिवार का ढाढ़स बंधाया। राहुल ने शहीद मोहन लाल रतूड़ी के बेटे से कहा कि पिता को खोने का दुख मैं जानता हूं। उन्होंने कहा कि मेरे पिता भी एक आतंकी हमले में मारे गए थे। राहुल ने शहीद मोहन लाल की पत्नी को कहा कि अब आप ही को हिम्मत दिखानी है। बच्चों के भविष्य की जिम्मेदारी आप पर है। पूरा देश आपके साथ है। यहां पर राहुल करीब 20 मिनट तक शहीद के परिवार के साथ रहे। शहीद के बेटा व बेटियों ने राहुल गांधी से देश से आतंकवाद का खात्मा करने की बात कही।
कांवली रोड के बाद राहुल गांधी अपराह्न 3:55 बजे सेना के शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल के परिवार से मिलने नेशविला रोड स्थित घर पहुंचे। यहां पर उन्होंने शहीद की पत्नी निकिता, मां सरोज, बहन वैष्णवी व अन्य परिजनों से मुलाकात कर करीब 15 मिनट तक बात की। उन्होंने शहीद के परिजनों का ढाढ़स बंधाते हुए कहा कि पूरा देश के उनके साथ खड़ा है। राहुल ने यहां भी कहा कि परिवार के किसी सदस्य की शहादत का गम वह बखूब समझते हैं। ऐसे वक्त में परिवार को हिम्मत नहीं हारने व हौसला बनाये रखने की बात भी उन्होंने कही है। अन्य शहीदों के परिजनों की तरह राहुल ने शहीद विभूति के परिजनों के साथ भी अकेले में बात की।
शहीद सैनिकों के परिवार से मुलाकात करने के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के हेलीकाप्टर ने अपराह्न 4:22 बजे परेड मैदान से जौलीग्रांट एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरी।