देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने परेड ग्राउंड में स्वत्रतंता दिवस के अवसर पर आयोजित मुख्य कार्यक्रम के दौरान शिक्षको व विद्यालयों को लेकर भी अपने विचार व्यक्त किये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हड़ताल की प्रवृत्ति को कम करना होगा। उत्तराखण्ड को हड़ताल प्रदेश नहीं बनने दिया जा सकता है। प्रदेश में शिक्षा की स्थिति पर जल्द श्वेत पत्र लाएंगे, खाली हो रहे स्कूलों को पीपीपी मोड पर चलाया जायेगा। मुख्यमंत्री ने सरकारी स्कूलों में कम होती जा रही छात्र-संख्या को चिंताजनक बताते हुए कहा कि इस ओर विशेष ध्यान देना होगा। शिक्षकों को इसे पूरी गम्भीरता से लेना चाहिए। विद्यालय रोजगार के कंेद्र की बजाय शिक्षा के केंद्र बनें। स्कूलों में शिक्षकों तथा विद्यार्थियों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित किये जाने हेतु एनआईसी के सहयोग से एक मोबाईल ऐप विकसित किया गया है। यह ऐप विद्यालयों द्वारा संचालित मासिक परीक्षाओं के परिणामों के अनुश्रवण में भी सहायक सिद्ध होगा।