देहरादून। ब्रिज कोर्स और डीएलएड प्रशिक्षण से छूट की मांग को लेकर आंदोलित प्राइमरी शिक्षकों के आंदोलन को दूसरे शिक्षक संगठनों का भी समर्थन मिल रहा है। मंगलवार को नुनूरखेड़ा स्थित शिक्षा निदेशालय पर चल रहे धरने में बड़ी संख्या में देहरादून के शिक्षक जुटे। शिक्षकों ने कहा है कि वे किसी भी सूरत में ब्रिज कोर्स के लिए पंजीकरण नहीं करने जा रहे हैं।
धरने में प्राथमिक शिक्षक संघ की अध्यक्ष निर्मला महर, संरक्षक प्रेम सिंह गुसाई, राजकीय संघ के महामंत्री सोहन सिंह माजिला, जूनियर के जिलाध्यक्ष रघुवीर पुंडीर, सुभाष झिल्डियाल, प्राथमिक के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र कृषाली, राजेन्द्र गुसाई, प्रमोद रावत, विनोद लखेड़ा, ब्लाक अध्यक्ष नीलिमा नेगी, मृदुल कुमार, राकेश राणा, सुधीर तोमर, मनीष काम्बोज सहित सैकड़ों की संख्या में शिक्षकों ने अपनी मौजूदगी दर्ज करायी।
प्राथमिक शिक्षकों की मांग है कि तीन सितंबर 2001 के बाद नियुक्त और सरकारी संस्थान से विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त बीएड, सीपीएड, डीपीएड, बीपीएड, मृतक आश्रित और उर्दू शिक्षकों को ब्रिज कोर्स और डीएलएड प्रशिक्षण से बाहर रखा जाए। संघ नेताओं ने कहा है कि प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में करीब 13175 शिक्षक ऐसे हैं जिन्हें सरकार ने एनसीटीई से मान्यता की प्रत्याशा में संस्थानों से छह माह का विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण दिया था। इसके बाद ही उन्हें प्रशिक्षित वेतनमान पर नियुक्ति दी गई। ये शिक्षक तीन से 17 साल की सेवाएं दे चुके हैं। धरने पर बैठे शिक्षकों ने शिक्षा निदेशक को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि किसी भी कीमत पर प्राइमरी शिक्षक पंजीकरण नहीं करेगा।