देहरादून। शैक्षिक उन्नयन के लिए किये जा रहे प्रयासों को शिक्षा विभाग के अफसर पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। जिला व निचले स्तर के अफसरों ने निरीक्षण के लिए तय किये गये मानकों का ही पालन नहीं किया जिसके चलते 15 शिक्षाधिकारियों को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि दे दी गयी है जबकि 126 अधिकारियों को चेतावनी जारी की गयी है।
विभाग ने आने वाले दिनों में निरीक्षण करने में लापरवाही बरत रहे अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई के संकेत भी दिए हैं। नवंबर माह के निरीक्षण में मानक से कम निरीक्षण करने वाले 10 उप शिक्षा अधिकारियों और पांच खंड शिक्षा अधिकारियों के खिलाफ विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्णय लिया है। पिछले महीने सैकड़ों अधिकारियों से इस संबंध में जवाब मांगा गया था। अधिकारियों ने उस चेतावनी को भी मानते हुए माह नवंबर के निरीक्षण में भी लापरवाही जारी रखी। इसी कड़ी में जिन खंड शिक्षा अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है उनमें गोविंद प्रसाद कन्याल खंड शिक्षा अधिकारी बागेश्वर, शंकर राम आर्य खंड शिक्षा अधिकारी चमोली, राजीलाल रौंदियाल, खंड शिक्षा अधिकारी नारायणबगड़, अमर बहादुर सरोज खंड शिक्षा अधिकारी घाट चमोली, नंदकिशोर खंड शिक्षा अधिकारी कपकोट बागेश्वर सम्मिलित हैं। उप अधिकारियों में नैनीताल से गौरा बंगारी, पौड़ी से बुसरा, रुद्रप्रयाग से नंदा चंद्रा, उधमसिंहनगर से गुंजन अमरोही, अल्मोड़ा से डीएल आर्य, सुरेश चंद आर्य शामिल हैं। इसी तरह गैरसैण चमोली से नरसिंह प्रसाद, कर्णप्रयाग से केना चौहान, हल्द्वानी से चंपा भौर्याल और खानपुर हरिद्वार से दीप्ति रावत को भी प्रतिकूल प्रविष्टि देने का फरमान जारी किया गया है।
दिलचस्प बात यह है कि जिन अधिकारियों को चेतावनी दी गई है उसमें छह मुख्य शिक्षा अधिकारी व 11 जिला शिक्षा अधिकारी भी शामिल हैं। इनमें बागेश्वर से हरीश चंद्र सिंह रावत, नैनीताल से केके गुप्ता, उधमसिंहनगर से पीएन सिंह, चमोली से एलएम चमोला, हरिद्वार से आरडी शर्मा और पौड़ी से मदन सिंह रावत शामिल हैं। इसके साथ ही प्रभारी मुख्य शिक्षा अधिकारी रुद्रप्रयाग सीएन काला को भी चेतावनी दी गई है। लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों में जिला शिक्षा अधिकारी भी शामिल हैं। ये हैं- बागेश्वर से नरेंद्र शर्मा, पिथौरागढ़ से अशोक कुमार गोसाईं, रुद्रप्रयाग से एलएस दानू, टिहरी से शिव प्रसाद सेमवाल, उधमसिंहनगर से पीएन सिंह, चमोली से आशुतोष भंडारी, देहरादून से यशवंत सिंह चौधरी, हरिद्वार से मेहरबान सिंह बिष्ट, नैनीताल से हीरालाल गौतम और पिथौरागढ़ से शौकत अली शामिल हैं। चेतावनी पाने वाले अन्य अधिकारी खंड शिक्षा अधिकारी व उप शिक्षाधिकारी के पदों पर कार्यरत हैं।