समतामूलक समाज के परिचायक थे बाबा साहब: प्रीतम सिंह

उत्तराखंड कांग्रेस ने किया गोष्ठी का आयोजन
देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर की जन्म तिथि के अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय, राजीव भवन में श्रद्धंाजलि कार्यक्रम तथा विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कांग्रेसजनों ने डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हेें अपने श्रद्धासुमन अर्पित किये। इससे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने घण्टाघर स्थित बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर आयेाजित विचार गोष्ठी में उपस्थित कांग्रेसजनों को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री सिंह ने कहा कि बाबा साहब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर देश में सामाजिक स्थापना करना चाहते थे, वे समता मूलक समाज के परिचायक थे, उन्होने संविधान निर्माण में प्रमुख भूमिका का निर्वहन करते हुए भारत निर्माण की मजबूत नींव रखी थी। उन्होंने समाज के कमजोर एवं उपेेक्षित वर्ग के लोगों केे जीवन स्तर को उठाने का सराहनीय कार्य किया। बाबा साहब अम्बेडकर देश में सामाजिक स्थापना करना चाहते उन्होंने भारत के संविधान निर्माण केे साथ-साथ समाज में फैली कुरीतियेां के विरूद्ध भी अपनी आवाज बुलंद की। डाॅ0 अम्बेडकर ने देश के युवा वर्ग को संदेश दिया कि ’खुद उठो, दूसरों को उठाओ और शिक्षित बनों, संगठित होकर संघर्ष करो।
श्री सिंह ने कहा कि कांग्रेस शासन में अनुसूचित जाति व जनजातियों की सुरक्षा तथा उनके अधिकारों के लिए बने कानूनों के साथ छेड़-छाड़ कर इन वर्गों में असुरक्षा की भावना पैदा की जा रही है। देश की कानून व्यवस्था पूर्ण रूप से चरमरा गई है। जिन राज्यों में भाजपा की सरकारें सत्तासीन हैं वहां अपराधी निरकुंश होकर अपराध कर रहे है तथा सत्ताधारी दल के विधायक एवं कार्यकर्ताओं द्वारा कानून व्यवस्था को ध्वस्त किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सदैव साम्प्रदायिक सौहार्द एवं भाईचारे का वातावरण बनाने में सफलता प्राप्त की किन्तु आज कुछ विघटनकारी ताकते फिर से देश को गुलामी की ओर ले जाने का काम कर ही हैं उनका हमें डटकर मुकाबला करना है। कांग्रेस आज दावे के साथ कह सकती है कि आज बेसक हम केन्द्र में सत्ता में न हो परन्तु विपक्ष के रूप में भी कांग्रेस लोकतांत्रिक मर्यादा में रहते हुए जनभावनाओं के अनुरूप केन्द्र की वर्तमान सरकार पर सही दिशा में चलने के लिए दबाव बनाये रखेगी। हम सब को मिलकर उनके बताये हुए रास्ते पर चल कर एक शक्तिशाली भारत के निर्माण के उनके सपने को साकार करने के लिए अपनी सहभागिता निभानी है यही उन्हें हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री किशोर उपाध्याय ने अपने संबोधन में कहा कि संविधान निर्माण में महत्वपूर्ण प्रारूप समिति के अध्यक्ष पद के लिए बाबा साहब को चुना गया था। उन्होंने प्रारूप समिति के अध्यक्ष के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करते हुए संविधान सभा के सदस्यों द्वारा उठाई गई आपत्तियों, आशंकाओं एवं जिज्ञासाओं का निराकरण बड़ी कुशलता से किया। उनके व्यक्तित्व और चिन्तन का संविधान के स्वरूप पर गहरा प्रभाव पड़ा। डाॅ0 अम्बेडकर के प्रभा के कारण ही संविधान में समाज के सबसे कमजोर दलित वर्गों, अनुसूचित जातियों एवं जनजातियों के उत्थान के लिए विभिन्न संवैधानिक व्यवस्थाओं और प्रावधानों का निरूपण किया परिणाम स्वरूप भारतीय संविधान सामाजिक न्याय का एक महान दस्तावेज बन गया। बाबा साहब डाॅ0 भीमराव अम्बेड़कर ने स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री के रूप में अपनी सेवायें देते हुए भारतीय संविधान के निर्माण से लेकर भारत की विशमतावादी मानसिकता को समाप्त करने के लिए भरपूर प्रयास किया। भारतीय समाज की एकरूपता में उनका सराहनीय सहयोग रहा है। समाजोत्थान के लिए किये गये उनके कार्यों को कभीे भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी बाबा साहब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर के विचारों के प्रचार-प्रसार हेतु सदैव प्रयास करती रही है।
श्री दिनेश अग्रवाल ने कहा कि बाबा साहब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर ने न केवल संविधान निर्माण में प्रमुख भूमिका का निर्वहन किया अपितु मजबूत भारत के निर्माण की नींव रखने का काम भी किया। उन्होंने समाज के दबे, कुचले, कमजोर एवं उपेेक्षित वर्ग के लोगों केे जीवन स्तर को उठाने का अथक प्रयास किया। कमजोर समाज के उत्थान के लिए किये गये उनके कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
गोष्ठी का संचालन करते हुए प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना ने कहा कि आज अगर हमें डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करनी है तो हमको दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत वर्ष का जो संविधान डाॅ0 अम्बेडकर ने हमें दिया है उसकी भावना की रक्षा करने का संकल्प हमें लेना है। उन्होंने कहा कि डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर कांग्रेस के सदस्य नहीं थे किन्तु देश आजाद होने के बाद महात्मा गांधी और पण्डित जवाहर लाल नेहरू ने उन्हें केन्द्र सरकार में कानून मंत्री के रूप में सम्मिलित किया और देश का संविधान बनाने के लिए गठित प्रारूप समिति का अध्यक्ष बनाया। यह चरित्र कांग्रेस के बड़े मन और बडे दिल को चरितार्थ करता है।
गोश्ठी को पूर्व विधायक राजकुमार, महानगर अध्यक्ष पृथ्वीराज चैहान, पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचन्द षर्मा, अनुसूचित जाति विभाग के दर्षन लाल, जय सिंह गौतम, प्रदीप जोषी, कमलेष रमन, आषा टम्टा, सुनीता प्रकाष, गरिमा दसौनी, डाॅ0 आर.पी. रतूड़ी, ताहिर अली, जिलाध्यक्ष जयेन्द्र रमोला, यामीन अंसारी, आजाद अली, मोहन काला आदि ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में मुख्य कार्यक्रम समन्वयक राजेन्द्र षाह, महामंत्री सुरेन्द्र रांगड़, अजय सिंह, प्रभुलाल बहुगुणा, प्रमोद कुमार सिह, राजेश शर्मा, अषोक वर्मा, एस.पी. सिंह, राजेश चमोली, अजय नेगी, नीनू सहगल, मीना बछवाण, महेष जोषी, दीवान सिंह तोमर, भरत शर्मा, दीप बोहरा, प्रणीता बडोनी, षांति रावत, कै0 बलवीर ंिसह रावत, सुन्दर लाल मुयाल, नवीन पयाल, संजय किषोर, सुनील जायसवाल, देवेन्द्र बुटोला, जिला पंचायत सदस्य मेघ सिंह, धर्म सिंह पंवार, रमेश चन्द, प्रदीप जोषी,  निलय कुकरेती, अनुराधा तिवारी, कंचन रांगड़, कमलेष रमन, पूनम कण्डारी, पंकज मेसोन, संजय शर्मा, सुनित राठौर, विषाल मौर्य, अरूण शर्मा, बाला षर्मा, डाॅ0 विजेन्द्र पाल, अनूप कपूर, चन्द्रकला नेगी, पुष्पा पंवार, सुमित्रा ध्यानी, अष्वनी बहुगुणा, नवीन रमोला, सागर मनवाल, नेमचन्द, सुधीर सुनेहरा, मनीष नागपाल, अल्पना जदली, मंजू त्रिपाठी, सुनीता प्रकाश, नागेश रतूड़ी,, संजय भट्ट, भरत चन्द रमोला, सुलेमान अली, अजय किषोर, बसन्त पन्त, भगत सिंह चैहान, रोशनी गोदियाल, रविन्द्र सिंह बुटोला, मथु थापा, विजय सिंह नेगी, षोभा कन्याल, अम्बिका चैहान, डाॅ0 इकबाल, विनोद धनोषी, साधना तिवारी आदि सैकडों कांग्रेसजन उपस्थित थे।

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