नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की आपत्ति के बाद कक्षा छह से आठ तक के लिए समान मूल्यांकन नीति वापस ले ली है।आयोग ने समान मूल्यांकन नीति को शिक्षा के अधिकार (आरटीई) कानून का उल्लंघन बताया था। सीबीएसई की अधिसूचना के अनुसार, ‘‘बोर्ड की संचालन इकाई के फैसले के अनुरूप कक्षा छह से कक्षा आठ तक के लिए समान मूल्यांकन पण्राली, परीक्षा और रिपोर्ट कार्ड के संबंध में जारी पूर्व के परिपत्र को निरस्त किया जाता है।’ पूर्व के परिपत्र में उल्लेख किया गया था कि कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा की तैयारी शुरू करने के वास्ते बच्चों के उच्च प्राथमिक चरण कक्षा छह में पहुंचने पर उनमें विास बढ़ाने के लिए सीबीएसई ने छठी से लेकर आठवीं तक के लिए समान मूल्यांकन पण्राली, इसी तर्ज पर परीक्षा पैटर्न और रिपोर्ट कार्ड जारी करने का फैसला किया है।’ कक्षा 10 के लिए इस साल से बोर्ड परीक्षा फिर से शुरू करने के केंद्र सरकार के फैसले के बाद इस क्लास के लिए सतत एवं समग्र मूल्यांकन की पण्राली को भी खत्म कर दिया गया है।