देहरादून। भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के लिए प्रदेश में अभी तक बने सभी आयोगों की जांच को कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने सार्वजनिक करने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार की नाकामियों को छिपाने के लिए देश भर में सांप्रदायिकता को बढ़ावा दिया जा रहा है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वर्ष 2016 में ही उन्होंने राज्यपाल को पत्र लिखकर 2012 से अब तक पूर्व कांग्रेस सरकार पर लगाए गए भ्रष्टाचार की जांच कराने का अनुरोध किया था। इसके साथ ही उन्होंने भ्रष्टाचार के प्रकरणों की जांच के लिए बने सभी आयोगों की जांच को सार्वजनिक करने और बेनामी संपत्ति जब्त करने के लिए कानून बनाने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि आज फिर वे भाजपा सरकार से अपनी मांग दोहरा रहे हैं।
पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उत्तराखंड में जो प्रदेश में जितनी सांप्रदायिक घटनाएं हो रही हैं, वे आरएसएस द्वारा प्रायोजित हैं। प्रदेश में इस तरह का माहौल कभी नहीं रहा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वे रायवाला के गोहरी माफी निवासी पीड़ित को व्यक्तिगत रूप से जानते थे इसलिए वे उनके परिवार से मिलने जा रहे थे। हालांकि, पुलिस ने उन्हें जाने नहीं दिया। उन्होंने सरकार से आंदोलनरत ग्राम प्रधानों से बात कर उनकी मांगों को सुनने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि पंचायतों से बिना पूछे सरकार ने यह कदम उठाया है, ऐसे में उन्हें ग्राम प्रधानों का पक्ष भी सुनना चाहिए।