अनिद्रा व खर्राटे की जांच करवाने महंत इन्दिरेश अस्पताल पहुंचे मरीज़
देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। नींद में नाक या मुंह के रास्ते आने वाली अनेक तरीके की आवाजें जिन्हें हम खर्राटे कहकर बुलाते हैं ये खर्राटे कई तरह के होते हैं जैसे सीटी की आवाज़ वाले खर्राटे, गहरी आवाज वाले घर्र-घर्र करने वाले खर्राटे, रुक-रूक कर तेज़ आवाज़ फैलाने वाले खर्राटे आदि-आदि। ऐसे खर्राटों की आवाज़ को कभी हम काॅमेडी कर नज़रअंदाज़ कर देते हैं व कभी ज्यादा खास ध्यान नहीं देते। लेकिन विशेषज्ञों का ऐसा मानना है कि खर्राटे खतरनाक भी हो सकते हैं। समय रहते इसकी जांच करवानी चाहिए। इसी उद्देश्य से श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के पल्मोनरी मेडिसिन विभाग की ओर से बुधवार को अस्पताल परिसर में खर्राटे एवम् अनिद्रा रोग सम्बंधित रोगियों के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु निःशुल्क शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 126 रोगियों का परीक्षण किया गया, 20 रागियों को डाॅक्टरों ने स्लीप स्टडी का परामर्श दिया। शिविर के अन्तर्गत रोगियों का निःशुल्क पंजीकरण एवम् सांस की जांच की गई। इसके अलावा स्लीप स्टडी जांच पर 12 प्रतिशत की छूट दी गई। यह जानकारी पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ जगदीश रावत व डाॅ रितिशा भट्ट ने दी।
डाॅ जगदीश रावत ने बताया कि अनिंद्रा के कारण रोगी को आॅब्स्ट्रक्टिव स्लीप एप्निया बीमारी हो सकती है। इस बीमारी की वजह से मरीज़ को दिल की बीमारी, ब्लड प्रेशर बढ़ना, अचानक सोते समय दिल की धड़कन बंद होना, ब्लड शुगर का अनियंत्रित होना, अचानक दिमाग की नस फटना एवम् लकवा मारना हो सकते हैं। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में उपलब्ध अत्याधुनिक स्लीप स्टडी मशीन के माध्यम से मरीजों की स्लीप स्टडी की जाएगी। शिविर मंे पंजीकृत रोगियों को खर्राटे एवम् अनिद्रा रोग सम्बन्धित जांच पर 12 प्रतिशत की छूट दी गई। शिविर में ऐसे मरीजों की संख्या अधिक थी जिन्हें खर्राटे, मोटापा, दिन में ज्यादा नींद आना, ड्राइविंग करते समय सोने की शिकायत, सोते समय अचानक सांस रूकने के अहसास से नींद टूट जाना, अनिंद्रा, सैक्स से विरक्ति, नींद में चलना या बोलना आदि की शिकायत रहती है। डाॅक्टरों ने ऐसे मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उनकी आवश्यक जांचें की।