देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। हिमालय पुत्र हेमवती नन्दन बहुगुणा की जन्म शताब्दी पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमालय पुत्र हेमवती नंदन बहुगुणा ने शिखर तक सफर तय किया। स्व. बहुगुणा ने देश की आजादी में बहुत बड़ा योगदान दिया।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि आजादी के बाद भी देश की राजनीति में उन्होंने लम्बे समय तक योगदान दिया। अपनी कुशल राजनीति के परिणामस्वरूप वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। उनमें विशेष प्रतिभा थी। इस प्रतिभा के कारण उन्होंने देश की राजनीति में अपना अलग स्थान बनाया। उनमें सबको साथ लेकर चलने के गुण थे। इससे वह राजनीति के क्षितिज पर पंहुचे। उन्होंने कहा कि पृथक पर्वतीय मंत्रालय बनाने में उनका अहम योगदान रहा। यह उत्तराखण्ड राज्य निर्माण की दिशा में पहला कदम था। भारत की राजनीति व उत्तराखण्ड के लिए उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, राजनीतिज्ञ, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री व भारत सरकार में पेट्रोलियम मंत्री जैसे अनेक दायित्वों का उन्होंने निर्वहन किया। 1952 में वह उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए। उत्तर प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्र के विकास के लिए उन्होंने पर्वतीय विकास मंत्रालय बनाया। इस मंत्रालय को बनाने के बाद पर्वतीय क्षेत्र के विकास में तेजी आई।
इस अवसर पर मेयर सुनील उनियाल गामा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, विधायक हरवंस कपूर, खजान दास, गणोश जोशी, उमेश शर्मा, विनोद कण्डारी और सौरभ बहुगुणा आदि उपस्थित थे। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने कहा कि उनके माता-पिता स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। पिता ने सम्पूर्ण जीवन जनसेवा के लिए समर्पित किया। उनका पहाड़ से बहुत लगाव था। उनका मानना था कि पर्वतीय क्षेत्र के विकास के लिए हमारा गांवों से लगाव होना बहुत जरूरी है।