देहरादून। पहली बार अपने घर से बाहर निकलने का प्रयास कर रहे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष टिहरी लोकसभा प्रत्याशी प्रीतम सिंह के लिए भाजपा ने ऐसे किलाबंदी की है कि वह अब अपना किला चकराता विधान सभा क्षेत्र बचाने की चिंता करने लगे हैं। यह कहना है जीएमवीएन अध्यक्ष महावीर सिंह रांगड़ का।
अनौचारिक बातचीत के दौरान गढ़वाल मंडल विकास निगम के अध्यक्ष महावीर सिंह रांगड़ ने कहा कि देश भर में चल रही मोदी की सुनामी में कांग्रेस के अजेय किला भी दरकने लगा है । मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की चकराता रैली में जुटी अपार जनसंख्या से कांग्रेस प्रत्याशी की नींद उड़ा दी है । उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बड़ी उम्मीद के साथ प्रीतम सिंह पर दांव खेला, लेकिन यह निर्णय कांग्रेस के लिए उल्टा पड़ता दिख रहा है । इसकी सबसे बड़ी वजह है प्रीतम का चकराता विधानसभा क्षेत्र से बाहर कोई जनाधार न होना है दरअसल प्रीतम सिंह ने कभी चकराता से बाहर निकलने की कभी सोचा भी नहीं था। इस चुनाव में भी उन्हें बेमन ही उतारा गया है ।
श्री रांगड़ ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को बेशक उनका नाम पता है लेकिन टिहरी और उत्तरकाशी की जनता के लिए वह एकदम अनजान और अपरिचित हैं । जिसके चलते उनकी राह में अनेक परेशानियां आ रही है। रांगड़ ने कहा कि प्रीतम ने जैसे ही चकराता से बाहर कदम रखा । भाजपा के रणनीतिकारों ने प्रीतम के घर में ही सेंध लगानी शुरू कर दी । जिसे देखते हुए प्रीतम ने अपने किले में लौटना मुनासिब समझा[ लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी ।
महावीर रांगड़ ने कहा कि इस चुनाव में वह अपने क्षेत्र से भी बढ़त बनाने में नाकाम रहेंगे । परेड ग्राउंड में आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशाल रैली को देख कर कांग्रेस ने पहले ही हत्यार डाल दिए हैं। उत्तराखंड की पांचों सीटों पर भाजपा एक तरफ जीत हासिल कर रही है ।