देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। शिक्षा विभाग एक बार फिर शिक्षको के तबादलों की कवायद में जुट गया है। इस बाबत विभाग की ओर से विद्यालयों के कोटिकरण को अंतिम रूप दिया जा रहा है, ताकि शिक्षकों को उनकी सेवा के बदले अंक निर्धारित किये जा सकें।
विदित हो कि प्रदेश में तबादला एक्ट लागू होने के बाद शिक्षा विभाग के समक्ष सबसे बड़ी परेशानी कोटीकरण में है। स्कूलों की श्रेणी निर्धारण में खामिया होने पर ऐसे शिक्षकों को को परेशानी से दो-चार होना पड़ता है, जिन्होंने लंबे समय तक किसी दुर्गम विद्यालय में सेवाएं दी हैं, लेकिन अब उन विद्यालयों को सुविधाजनक विद्यालयों में शामिल कर दिया गया हो। विभागीय सूत्रों के मुताबिक कोटिकरण का कार्य पूर्ण होते ही सेवा के आधार पर दिये जाने वाले शिक्षकों के अंकों को शिक्षा विभाग के पोर्टल पर अपलोड कर दिया जाएगा और उसके बाद ही शासन के निर्देश पर तबादले कर दिये जाएंगे। हालांकि विभागीय सूत्रों ने कोटिकरण में शिक्षक संघों की आपत्तियों को प्रमुखता देने की बात भी कही है। राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय महामंत्री डा. सोहन सिंह माजिला का कहना है कि कोटिकरण की शिकायतों को शिक्षकों से मांगा गया है। यदि कहीं पर गड़बड़ी पायी गयी तो संघ उसे पुरजोर तरीके से उठाएगा और ठीक करवाएगा। उन्होंने अधिकारियों से अपेक्षा की है कि कोटिकरण ठीक तरीके से हो, ताकि वर्षो से दुर्गम में सेवाएं दे रहे शिक्षकों को उनका वाजिब हक मिल सके।