सीएम ने रखा सदस्यों द्वारा एक माह का वेतन देने का प्रस्ताव, शहीदों को दी गयी श्रद्धांजलि
देहरादून। जम्मू के पुलवामा में आतंकी हमले के चलते उत्तराखंड सरकार का विधानसभा में शुक्रवार को पेश होने वाला बजट सोमवार तक के लिए टल गया है। आज सदन ने जहां शहीदों को श्रद्धांजलि दी, वहीं सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सदन में प्रस्ताव रखा कि सदन में सभी सदस्य एक महीने का वेतन शहीद परिवारों को देंगे। शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद सदन सोमवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
उत्तराखंड सरकार का वित्तीय वर्ष 2019.20 के लिए बजट शुक्रवार को विधानसभा में पेश होना थाए लेकिन जम्मू के पुलवामा में आतंकी हमले के चलते वह टल गया है। अब यह बजट सोमवार को पेश होगा। शुक्रवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही पुलवामा में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गईण् विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल ने सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए सभी शहीदों को अपने श्रद्धासुमन अर्पित किये। संसदीय मंत्री प्रकाश पंत में सदन में नियम 112ए के तहत शोक संदेश पढ़ा। इसके अलावा सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, नेता प्रतिपक्ष इन्दिरा ह्दयेश समेत अन्य सदस्यों की ओर से भी सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी गयी। सदन की कार्यवाही के दौरान मुख्यमंत्री श्री रावत ने शहीदो को अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए प्रस्ताव रखा कि सदन में सभी सदस्य एक महीने का वेतन शहीद परिवारों को देंगे।
नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि यह बेहद दुखद घटना है। उत्तराखण्ड के सर्वाधिक युवा भारतीय सेना में सेवा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि केवल एक माह का वेतन देने से कुछ नहीं होगाण् केंद्र से मांग करते हैं कि सरकार शहीदों के घरों की स्थिति जाने और उनकी पूरी मदद करे। इसी तरह उप नेता प्रतिपक्ष करन माहरा ने शोक प्रस्ताव पर कहा कि एक महीने का वेतन देने का प्रस्ताव अच्छा है। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक को महिमा मंडित न किया जाएण् सेना की ट्रेनिंग में सर्जिकल स्ट्राइक की कोई स्थिति नहीं है। सर्जिकल स्ट्राइक के बदले दूसरे अटैक सेना करती है।
भाजपा विधायक राजकुमार ठुकराल ने कहा सदन एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र को भेजे कि आतंकियों और उनके संरक्षकों के खिलाफ कड़ी दंडात्मक कार्रवाई हो। भाजपा विधायक प्रदीप बत्रा ने सदन में बड़ा ऐलान किया। उन्होंने अपने 6 माह का वेतन शहीद परिवारों को देने की घोषणा की। उन्होंने आह्वान किया कि युवा अगले साल से 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे की बजाय शहीद दिवस मनाएं।