देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय में उत्तराखण्ड लेखा परिक्षा प्रबन्धन प्रणाली की ऑन लाइन वेबसाइट का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकार की पहल से विभिन्न विभागों एवं सार्वजनिक उपक्रमों, स्थानीय निकायों की आन्तरिक लेखा परीक्षण प्रणाली में गुणात्मक सुधार के साथ ही पारदर्शिता भी आयेगी। इससे सम्बन्धित सूचनाओं के प्रेषण व क्रियान्वयन में भी तेजी आयेगी।
इस अवसर पर सचिव वित्त श्री अमित नेगी ने बताया कि इस वेबसाइट से लेखा परीक्षा के कार्यों में तेजी आयेगी, विभिन्न विभागों की लेखा परीक्षा से सम्बन्धित टिप्पणियां भी ऑन लाइन तैयार होगी। सभी विभागों के आहरण वितरण अधिकारी इससे जुड़ जायेंगे तथा उनके विवरण भी इस वेबसाइट पर उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि इससे राज्य सरकार के व्यय पर प्रभावी नियन्त्रण राजस्व प्रबन्धन एवं वित्तीय अनुशासन एवं वित्तीय प्रबन्धन को बेहतर ढ़ंग से क्रियान्वित किये जाने में भी मदद मिलेगी। इस वेबसाइट को एनआईसी के सहयोग से तैयार किया गया है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री प्रकाश पन्त, श्री मदन कौशिक, श्री अरविन्द पाण्डेय, मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव सिंचाई डॉ0 भूपिन्दर कौर औलख एवं सचिव ऊर्जा/वैकल्पिक ऊर्जा श्रीमती राधिका झा, एनआईसी एवं वित्त व लेखा परीक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
फ्लोटिंग सोलर पॉवर प्लांट की स्थापना को हुआ एमओयू
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की उपस्थिति में सचिवालय में उत्तराखण्ड में सिंचाई विभाग के स्वामित्व वाले जनपद उधम सिंह नगर की हरिपुरा एवं तुमरिया जलाशयों मे 200 मेगावाट क्षमता के फ्लोटिंग सोलर पॉवर प्लांट की स्थापना हेतु सोलर एनर्जी कारपोरेशन ऑफ इण्डिया (सेकी), नई दिल्ली व सिंचाई विभाग, उत्तराखण्ड एवं उरेडा के मध्य एम0ओ0यू0 पर हस्ताक्षर किये गये। एमओयू पर सेकी की ओर से प्रबन्ध निदेशक जे0एन0स्वान तथा सिंचाई विभाग की ओर से श्री ए0के0दिनकर तथा उरेड़ा की ओर से मुख्य परियोजना अधिकारी श्री ए0के0त्यागी द्वारा हस्ताक्षर किये गये।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि उत्तराखण्ड इनवेस्टर समिट के दौरान फ्लोटिंग सोलर पॉवर प्लांट की स्थापना राज्य के विभिन्न जलाशयों पर कराये जाने के संबंध में निजी कम्पनियों को आमंत्रित किया गया था। उक्त के क्रम में प्रथम चरण में सेकी द्वारा अपने संसाधनों से रु1000 करोड का निवेश कर इन जलाशयों पर फ्लोटिंग सोलर पॉवर प्लांट की स्थापना हेतु पहल की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह देश का प्रथम सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर पॉवर प्लांट होगा तथा इसे 18 माह में सेकी द्वारा पूर्ण कराने का आश्वासन दिया है। इसकी लागत रु1000 करोड़ है। इससे 30 करोड़ यूनिट प्रति वर्ष का उत्पादन होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे राज्य की बिजली जरूरते पूरी होने के साथ ही निवेश के संसाधन भी बढ़ेगे।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री प्रकाश पन्त, श्री मदन कौशिक, श्री अरविन्द पाण्डेय, मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव सिंचाई डॉ0 भूपिन्दर कौर औलख एवं सचिव ऊर्जा/वैकल्पिक ऊर्जा श्रीमती राधिका झा उपस्थित थे।