देहरादून। भाजपा के प्रदेश सह मीडिया प्रभारी संजीव वर्मा ने कांग्रेस के द्वारा जारी किये गये चुनावी घोषणापत्र को झूठ का पुलिंदा करार दिया है।
मीडिया को जारी एक बयान में श्री वर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने 2004] 2009 व 2014 में भी इसी प्रकार की चुनावी घोषणा की थी। वह भी इससे बहुत हद तक मेल खाती थी। वह भी चुनावी घोषणा बन कर रह गई। कांग्रेस ने 2004 में में प्रत्येक परिवार से एक व्यक्ति को नौकरी देने का वायदा अपने घोषणापत्र में किया था। जो मात्र चुनावी जुमला साबित हुआ। उन्होंने कहा कि महंगाई कम करने के लिए कांग्रेस की ओर से बड़ी बड़ी घोषणा की गई थी, किंतु स्मरण रहे कांग्रेस राज में 150से 300रु किलो दालें बिकी। गैस की जबरदस्त किल्लत आमजन को झेलनी पड़ी। कालाबाजारी भ्रष्टाचार घोटालों के सभी रिकॉर्ड कांग्रेस द्वारा ही ध्वस्त कर दिए गए। हर तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला था ।
श्री वर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने अपने 2004 व 2014 के घोषणा पत्रों में हर गांव शहर में बिजली पहुंचाने की बात कही थी । वह भी हवा हवाई साबित हुई, किंतु 2014 में मोदी सरकार के आने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे गंभीरता से लेते हुए जो कार्य आजादी के बाद 60 वर्षों में नहीं हुआ उसे मुमकिन कर दिखाया और हर गांव में बिजली पहुंचाने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेशए छत्तीसगढ़ए राजस्थान में किसानों के ऋण सत्ता में आने के 10 दिन के भीतर दो लाख रुपये माफ करने की बात कही गई थी । किंतु आज इन राज्यों के किसान अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं । किसी के खाते में 15 किसी के खाते में 250 किसी के खाते में 2000 माफ किए गए। यह किसानों के साथ एक भद्दा मजाक कांग्रेस द्वारा किया गया, जो शर्मनाक वह निंदनीय है। किंतु प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा किसान सम्मान योजना के अंतर्गत प्रत्येक छोटे किसान के खातों में सीधे डीपीटी के माध्यम से 6000 प्रति वर्ष पहुंचाने की प्रधानमंत्री जी द्वारा पहल कर दी गई है। जिसका लाभ सीधा.सीधा किसानों को मिलने लगा है। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर यह घोषणा पत्र एक जुमला व छलावा मात्र है इसके सिवा कुछ नहीं है।