देहरादून। अगस्त क्रांति दिवस के मौके पर कांग्रेस भवन में गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर कांग्रेस नेताओं ने आजादी के दीवानों को याद किया और उनके नक्शे कदम पर चल कर लोकतांत्रिक ढ़ांचे की रक्षा करने का संकल्प लिया।
अगस्त क्रांति की 75वीं वर्षगांठ पर पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट, सूर्यकांत धस्माना, पूर्व मंत्री दिनेश अग्रवाल के साथ ही महानगर अध्यक्ष पृवीराज चौहान, आशा टम्टा, यामीन अंसारी, कैप्टन बलबीर सिंह रावत, डा. केएस राणा, प्रभु लाल बहगुणा,जयेन्द्र रमोला, गरिमा दसोनी, कमलेश रमन ने भी गोष्ठी में अपने विचार रखे। वक्ताओं ने कहा कि भारतीय स्वाधीनता के इतिहास पर नजर डालें तो 9 अगस्त का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस दिन भारत के महापुरु षों महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, सरदार बल्लभ भाई पटेल, बाल गंगाधर तिलक सहित अन्य बड़े नेताओं ने भारत की स्वतंत्रता का बिगुल फूंका और अंग्रेजो भारत छोड़ो का नारा दिया। आजाद भारत का स्वप्न देखने के लिए लोगो में जुनून था। जिसकी फलस्वरूप आखिर में हम गुलामी की जंजीरों से आजाद हुए। इस अवसर पर गांधीवादी नेता मक्खन लाल जी को सम्मानित किया गया। गोष्ठी का संचालन डा. आरपी रतूड़ी ने किया। इस अवसर पर जगदीश धीमान, मनोज नोटियाल, विपुल नटियाल, महेश जोशी, व्यापार प्रकोष्ठ के पंकज मेसोन, विजय गुप्ता, मुकेश चोहान, प्रमोद गुप्ता, प्रदीप डोभाल,परिणीता बडोनी, शांति रावत, राजेश चमोली, नेम चन्द, मनोज ,संजय उनियाल, चन्दन, नेम चन्द, चंद्रकला नेगी, पुष्पा आदि मौजूद रहे।