काशीपुर: समाप्त हो जायेगी 1973 है. कृषि भूमि

काशीपुर महानगर सीमा विस्तार पर्यावरण के लिये खतरनाक: नदीम
देहरादून। काशीपुर महानगर के सीमा विस्तार हेतु उत्तराखंड सरकार द्वारा नवम्बर 2017 में जारी अधिसूचना लागू होने से 16 ग्राम काशीपुर नगर निगम के अन्तर्गत महानगर में शामिल हो गये हैं इसमें इन ग्रामों में कृषि हो रही 1973.76 हैक्टेयर भूमि पर खेती समाप्त होने का खतरा मंडराने लगा है जो क्षेत्र के पर्यावरण के लिये खतरनाक है।
उक्त उदगार मौलाना अबुल कलाम आजाद अल्पसंख्यक कल्याण समिति (माकाक्स) के केन्द्रीय अध्यक्ष नदीम उद्दीन (एडवोकेट) ने महानगर काशीपुर में शामिल 16 ग्रामो के आंकड़़े जारी करते हुये व्यक्त किये। जारी विवरण के अनुसार काशीपुर महानगर क्षेत्र में शामिल ग्रामो का कुल क्षेत्रफल 4292 हैक्टेयर अर्थात 42.92 वर्ग किमी. है जिसमंे लगभग आधे क्षेत्र 1973.766 हैक्टेयर पर वर्तमान में कृषि कार्य हो रहा है। इसमें केवल एक ग्राम उज्जैन को छोड़कर सभी ग्रामों से 25 प्रतिशत से अधिक क्षेत्रफल में कृषि कार्य हो रहा है।
श्री नदीम के अनुसार महानगर क्षेत्र में शामिल होने से इन कृषि क्षेत्रों में कंक्रीट के जंगल खडे़ हो जायंेगे। उत्तराखंड भूमि अधिनियम के प्रावधानों से इन ग्रामों की 4292 हैक्टेयर भूमि बाहर हो जानेे से बाहरी पूंजीपति भी इन भूमियों को खरीद सकंेगे जिससे प्रोपर्टी डीलरों को तो लाभ होगा लेकिन पर्यावरण को भारी नुकसान होगा।
श्री नदीम द्वारा उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार महानगर में शामिल होने से कचनालगाजी का 233 हैक्टेयर, रम्पुरा का 116 हैक्टेयर, देहरी परसा का 79, ढकिया गुलाबों का 95, फसियांपुरा का 171, खड़कपुर देवीपुरा का 256, कचनाल गुसाई का 71, हेमपुर इस्माइल का 43, कुडेश्वरा का 47, जसपुर खुर्द का 123, उज्जैन का 12, नीझड़ा का 147, कुवाखेड़ा का 133 तथा सांडखेड़ा का 80 हैक्टेयर कृषि क्षेत्र समाप्त होने की संभावनायें हैं।
श्री नदीम द्वारा उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार जिन ग्रामों को काशीपुर नगर निगम क्षेत्र में शामिल किया है उनके कुल क्षेत्रफल में कृषि के क्षेत्रफल का प्रतिशत 6 प्रतिशत से 77 प्रतिशत तक है। जहां फसियापुरा की 77 प्रतिशत भूमि पर सर्वाधिक कृषि हो रही है, वहीं सबसे कम कृषि प्रतिशत वाला ग्राम उज्जैन है जहां पर केवल 6 प्रतिशत भूमि पर ही कृषि हो रही है। इसके अतिरिक्त दूसरे स्थान पर खड़कपुर देवीपुरा में 64 प्रतिशत, तीसरे स्थान पर ढकिया गुलाबों की 61 प्रतिशत भूमि पर कृषि हो रही है। अन्य शामिल ग्रामों मेें कचनाल गुसाई में 43, सरवरखेड़ा में 44, बैलजूड़ी में 21, हेमपुर इस्माइल में 28, कुण्डेश्वरा मंे 48, जसपुर खुर्द में 38, नीझड़ा में 56, कुवाखेड़ा में 61 तथा सांडखेड़ा में 45 प्रतिशत भूमि पर वर्तमान में खेती हो रही है।
श्री नदीम ने बताया कि कृषि भूमि तथा शामिल ग्रामों की कुल भूमि के यही आंकड़े नगर निगम की सीमा विस्तार की अधिसूचना में दिये गये है उनके द्वारा केवल उनसे ही प्रतिशत निकाला गया है व उन्हीं आंकड़ों को प्रस्तुत किया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *