देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से 16 व 17 जून 2013 को आई आपदा के बाद केदारनाथ में हुए पुनर्निमाण व अब तक केन्द्र सरकार द्वारा दी गई सहायता, यूपीए सरकार के कार्यकाल में मिली सहायता एवं 2014 से लेकर अब तक मोदी सरकार द्वारा दी गई आर्थिक सहायता का खुलासा करने के लिए श्वेत पत्र जारी करने की मांग की।
श्री धस्माना ने कहा कि उत्तराखण्ड की जनता जानना चाहती है कि यूपीए सरकार द्वारा स्वीकृत साढ़े सात हजार करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता के अलावा वर्तमान मोदी सरकार ने कितनी धनराशि केदारनाथ पुनर्निर्माण के लिए स्वीकृत की और अब तक जो भी पुनर्निर्माण के कार्य हुए उनके बारे में भी जनता को अवगत करवायें। श्री धस्माना ने कहा कि प्रधानमंत्री के 20 अक्टूबर के केदारनाथ दौरे ने मन्दिर की मर्यादा का उल्लंघन हुआ है, क्योंकि आज तक किसी प्रधानमंत्री ने श्री केदारनाथ मन्दिर का राजनैतिक दुरुपयोग नहीं किया। श्री धस्माना ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पहले से जारी निर्माण कार्यों का दोबारा शिलान्यास करके हल्केपन का परिचय दिया है। कांग्रेस नेता ने इस अवसर पर ‘निम’ का जिक्र तक ना किये जाने पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि केदार धाम के पुनर्निर्माण में सबसे अहम भूमिका नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) के प्रधानाचार्य कर्नल अजय कोठियाल एवं उनकी टीम की रही। किन्तु पूरे आयोजन में उनकी पूर्ण रूप से उपेक्षा की गई व निम के योगदान का जिक्र तक नहीं किया गया।