देहरादून। केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह ने ट्वीट कर उत्तराखण्ड सरकार द्वारा प्रारम्भ किये गये एल.ई.डी. लाईट ट्रेनिंग कार्यक्रम की प्रशंसा की है। अपने ट्वीट में श्री सिंह ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा प्रारम्भ किये गये इस कार्यक्रम से न सिर्फ महिला स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक संबल मिलेगा बल्कि ऊर्जा बचत के उपायों को भी प्रोत्साहन मिलेगा। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार को थानों के बाला सुंदरी मन्दिर परिसर में एल.ई.डी. ग्राम लाईट प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि उत्पादों के तैयार होने के साथ ही मार्केटिंग की व्यवस्था की जायेगी। एलईडी के लिए द्वितीय प्रशिक्षण शीघ्र ही कुमाऊं में कोटाबाग में प्रारम्भ किया जायेगा। यह कार्यक्रम सरकार द्वारा सभी न्याय पंचायतों को ग्राॅथ सेंटर के रूप में विकसित करने की दिशा में उठाया गया एक कदम है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा देने एवं महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरूवात की जा रही है। उन्होंने कहा कि ग्राम स्तर तक महिला स्वयं सहायता समूहों को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना जरूरी है। इससे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ‘बेटी बढ़ाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान को सफल बनाने में मदद मिलेगी। यदि महिलाएं स्वावलम्बी हो गई तो स्वयं सशक्त हो जायेंगी। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने महिला स्वयं सहायता समूहों से अपेक्षा की है कि इस एल.ई.डी. ग्राम लाईट प्रशिक्षण के उपरान्त एलईडी से सम्बन्धित कार्यों में दक्षता प्राप्त कर अच्छा कार्य करेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य में ग्राम पंचायत स्तर पर भी महिला स्वयं सहायता समूहों को स्वरोजगार उपलब्ध कराने हेतु एलईडी ग्राम लाईट प्रशिक्षण दिया जायेगा। इससे स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा और ‘चाइनीज’ उत्पादों की खरीद पर भी रोक लगेगी। एल.ई.डी. ग्राम लाईट प्रशिक्षण के प्रारम्भिक चरण में महिला स्वयं सहायता समूहों एलईडी झूमर, एलईडी झालर, एलईडी बल्ब, एलईडी ट्यूबलाईट एवं सोलर एमरजेन्सी लाईट बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण 05 दिनों तक दिया जायेगा।