जनपद में मिशन पोषण आरोहण कार्यक्रम की शुरूआत

अल्मोड़ा। जिलाधिकारी इवा आशीष ने बताया कि जनपद में मिशन पोषण आरोहण कार्यक्रम की शुरूआत जिला प्रशासन व महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग द्वारा कर दी गयी है। उन्होंने बताया कि जनपद में चिन्हित अति कुपोषित बच्चो को कुपोषण मुक्त किये जाने हेतु यह अनूठी पहल है। जनपद अल्मोड़ा के समस्त आॅगनबाड़ी केन्द्रों में पंजीकृत जन्म से 03 वर्ष तक के समस्त बच्चों की वृद्धि निगरानी हेतु प्रत्येक माह की 05 तारीख को वजन एवं पोषण दिवस का आयोजन किया जायेगा तथा वजन एवं पोषण दिवस में अति कुपोषित बच्चो को माह की 10 तारीख को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के सहयोग से निःशुल्क जाॅच/इलाज एवं परामर्श दिया जाना प्रारम्भ कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि शिशुओं और छोटे बच्चो का पोषण उनके समस्त जीवन चक्र के दौरान उनकी जीवन रक्षा उनके बौद्धिक एवं शारिरिक विकास के लिए अत्यन्त आवश्यक है। जिलाधिकारी ने बताया कि कुपोषण की समस्या के निराकरण हेतु ऐसे अति कुपोषित बच्चो गहन देखरेख परवरिश कराये जाने के लिए जनपद के अनेक अधिकारियों को नामित किया गया है और उन्हें निर्देशित किया गया है कि वे ऐसे बच्चो को गोद लेकर उन्हें कुपोषण से बाहर किये जाने हेतु मिशन पोषण आरोहरण प्रारम्भ किया गया है इस अभियान में स्वयं मै भी सम्मिलित हूॅ मेरे अलावा मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी सहित जनपदस्तरीय अधिकारी समस्त उपजिलाधिकारी, तहसीलदार को नामित किया गया है। जिलाधिकारी ने अपील की है कि सभी शासकीय अधिकारी अपने दैनिक कार्य की प्रतिबद्धता व कुशलता को देखते हुए खुशहाल बचपन एवं विकास हेतु अति कुपोषित बच्चो को कुपोषण से मुक्त कराये जाने में अपनी अहम भूमिका निभायेंगे जिनमे ये नामित अधिकारी प्रत्येक माह की 05 तारीख को स्वयं आॅगनबाड़ी केन्द्रों में जाकर चिन्हित अति कुपोषण बच्चों की जानकारी प्राप्त करेंगे तथा उनके अभिभावको से परामर्श कर ऐसे बच्चों की परवरिश में अपना सहयोग प्रदान करेंगे। नामित अधिकारियों का यह भी दायित्व होगा कि ऐसे बच्चों का वजन अपने समक्ष करायेंगे तथा बच्चे के अति कुपोषित होने पर प्रत्येक माह की 10 तारीख को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम के द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण सुनिश्चित करायेंग बच्चेे की गम्भीर अवस्था होने पर उन्हें डी0ई0आई0सी0 को सन्दर्भित करेंगे। मौके पर ऐसे बच्चो स्वयं अपने हाथो से टेक होम राशन का भी वितरण करेंगे। जिलाधिकारी ने ऐसे अति कुपोषित बच्चों का नियमित स्वास्थ्य जाॅच करवाने की बात अधिकारियों से की है। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिये है कि आॅगनबाड़ी केन्द्रों अन्य बच्चों की सामान्य जानकारी लेते हुए उन्हें कुपोषित होने से बचाने में अपनी सार्थक भूमिका निभायेंगे।

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