देहरादून। रायपुर स्थित विकासखण्ड सभागार में विधायक रायपुर उमेश शर्मा ‘काऊ’ के मुख्य आतिथ्य तथा क्षेत्र पंचायत प्रमुख रायपुर बीना बहुगुणा की अध्यक्षता में राज्य में ‘‘जल संचय /सरक्षण – संवर्द्धन अभियान’’ के तहत जल दिवस का आयोजन किया गया।
अपने सम्बोधन में विधायक उमेश शर्मा ने कहा कि हमारी अनियोजित निर्माण तथा दोहन के वैज्ञानिक तरीके से जमीन का वाटर लेबल लगातार नीचे जा रहा है। उन्होने जल संरक्षण व वृक्षारोपण से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारियों से कहा कि सरकार की जल संरक्षण संवर्द्धन और भण्डारण के लिए चलायी जा रही योजनाओं का धरातल पर ठीक से क्रियान्वयन करना सुनिश्चित करेंगे तभी जल संवर्द्धन और संरक्षण होगा वरना इस तरह के कार्यक्रम केवल चर्चा तक सीमित रहेंगे और इसका कोई बड़ा परिणाम नही आनेवाला। उन्होने कहा कि हम सभी को ऐसे हर सम्भव प्रयास करने होंगे, जिससे जल जंगल और जमीन बची रहे।
इस दौरान क्षेत्र पंचायत प्रमुख बीना बहुगुणा ने अपने सम्बोधन में कहा कि आने वाली हमारी पीढी बहुत स्वार्थी है, वह केवल अपने उपभोग का ध्यान करती है और उनमें भावना की कोई जगह नही है जो हमारे भवष्यि के पर्यावरण और समाज के लिए उचित नही है। उन्होने कहा कि हमारा विकास का माॅडल भी कहां जा रहा है चारों तरफ सीमेन्ट के कंक्रीट बनाये जा रहे हंै, जिससे न तो जल रिचार्ज हो पाता है साथ ही निमार्ण कार्यों में पानी अधिक खर्च होने से लोगों को बहुत जगह उसको पीने की आपूर्ति भी नही हो पा रही है।
इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी प्रदीप पाण्डेय ने कहा कि हमें न केवल जल को बचाना है बल्कि उसका जमीन मे ंभण्डारण उपयोग करने का संतुलित तरीका अमल में लाना होगा। हमें पर्यावरण सरंक्षण व वृक्षारोपण को भावनात्मक सहयोग से विस्तृत करना होगा।
उप प्रभागीय वनाधिकारी रायपुर के.पी वर्मा ने कहा कि हम घरेलू स्तर पर छोटे-छोटे प्रयासों से भी जल बचा सकते है। इसके तहत् लोगों को सीधे पाइप से सफाई करने से बचना चाहिए, झाडू और पोचा से सफाई करनी चाहिए। इसके अतिरिक्त नालियों और नहरों के निर्माण करते समय आप बीच-बीच में हम सीमेन्ट न लगाकर प्राकृतिक मिट्टी -पत्थर लगायें तो कुछ पानी भूमि में रिचार्ज होता रहेगा।
इस अवसर पर मुख्य कृषि अधिकारी विजय देवराड़ी, खण्ड विकास अधिकारी रायपुर सुधा तोमर, स्वजल से डाॅ पन्त सहित सम्बन्धित विभागीय अधिकारी व बड़ी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधि व लोग उपस्थित थे।